भारत के पूर्व विदेश सचिव एस. जयशंकर भी बनेंगे मंत्री
पूर्व विदेश सचिव एस.जयशंकर भी नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होंगे। विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि एस. जयशंकर आज ही प्रधानमंत्री और उनके मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों के साथ पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे। अब से थोड़ी देर पहले प्रधानमंत्री आवास पर पहुंचकर उन्होंने नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है।
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भारत के पूर्व विदेश सचिव एस.जयशंकर भी नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होंगे। विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि एस. जयशंकर आज ही प्रधानमंत्री और उनके मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों के साथ पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे। अब से थोड़ी देर पहले प्रधानमंत्री आवास पर पहुंचकर उन्होंने नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। 7, लोक कल्याण मार्ग यानी प्रधानमंत्री आवास पर उन लोगों को चाय पर बुलाया गया है, जो कि आज शाम पर मंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं।
भारतीय राजनयिक जयशंकर जनवरी 2015 से जनवरी 2018 तक देश के विदेश सचिव रहे। उन्होंने चीन के साथ बातचीत के माध्यम से डोकलाम गतिरोध को हल करने में मदद की थी। सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने टाटा समूह के ग्लोबल कॉरपोरेट मामलों के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला। मार्च में जयशंकर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से पद्म श्री पुरस्कार मिला।
64 साल के एस. जयशंकर 1977 में भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुए और उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और चेक गणराज्य में भारतीय राजदूत और सिंगापुर में उच्चायुक्त के रूप में कार्य किया। 2007 में उन्होंने यूपीए सरकार द्वारा हस्ताक्षरित भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु समझौते पर बातचीत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
एस. जयशंकर ने अपनी स्कूली शिक्षा वायु सेना केंद्रीय विद्यालय, नई दिल्ली से की और वो दिल्ली विश्वविद्यालय में सेंट स्टीफन कॉलेज से स्नातक हैं। उन्होंने राजनीति विज्ञान में एमए और एमफिल किया है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से अंतरराष्ट्रीय संबंध में पीएचडी की और यहीं से उन्होंने परमाणु कूटनीति में विशेषज्ञता हासिल की।
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