विचार
आखिर कैसे हुआ भारतीय भाषाओं की विजय ?
समस्त भारतीय भाषाओं को हर क्षेत्र में उनका उचित स्थान मिलने लगे तो हिंदी अपने आप सर्वभाषा बन जाएगी।
गरीबी का मजाक है, यह
आजकल एक डालर से डेढ़ डालर को गरीबी का आंकड़ा माना जाता है। मैं पूछता हूं कि आज भारत के किस शहर में कौन आदमी 100 रु. रोज में भी गुजारा...
तिब्बत से क्यों डरे चीन ?
भारत और नेपाल भी तिब्बत को चीन का अभिन्न अंग बता चुके हैं। फिर भी चीन के शासक पता नहीं क्यों इतने डरे हुए हैं ? समझ में नहीं आता कि...
कांग्रेसः निजी दुकान बने पार्टी
आज देश के हर जिले, हर शहर और हर गांव में कांग्रेस का कोई न कोई नामलेवा मौजूद है। उसके पास कई अनुभवी नेता भी हैं। यदि कांग्रेस में...
‘‘मैं सूअर और तू मेरा बच्चा’’
हो सकता है कि उस महिला ने अज्ञानतावश या मोहवश या जानबूझकर बदमाशी करते हुए यह प्रस्ताव रखा है। हर स्थिति में उसे हवा में उड़ा दिया जाना...
सरकार की पाक-दुविधा
भारत और पाकिस्तान, दोनों को चाहिए कि वे अपना दिमाग ठंडा करें और अपने आपसी संबंधों को सहज बनाएं। इस समय पाकिस्तान गहरी मुश्किलों में...
श्रीलंका और मालदीव में मोदी
नरेंद्र मोदी को हिंदू हृदय सम्राट कहा जाता है लेकिन मालदीव में उन्होंने 17 वीं सदी की ‘शुक्रवार मस्जिद’ के पुनरोद्धार का जिम्मा लिया...
पाकिस्तान से बात शुरु करें
हमारे नीति-निर्माताओं को गंभीरतापूर्वक समझना चाहिए। हमें सोचना चाहिए कि अब भी हमें क्या वही पुराना राग अलापते रहना होगा ? आतंकवाद...