विचार

डांवाडोल विपक्ष

भारत के विपक्षी दलों की दुर्दशा देखने लायक है। चुनाव के पहले वे कोई संयुक्त मोर्चा खड़ा नहीं कर सके और चुनाव के बाद चार दिन निकल गए...

एग्जिट पोल पर पगलाएं क्यों ?

एग्जिट पोल तो अंदाजी घोड़े होते हैं, यह जानते हुए भी हमारे नेता इन पर किस कदर पगलाए हुए हैं। अलग-अलग पार्टियों के प्रवक्ता टीवी चैनलों...

परिणाम से बौखलाहट क्यों?

पिछले काफी दिनों से ये प्रयास चल रहा है कि देश में गृहयुद्ध से हालात पैदा हों। पिछली सारी कोशिशें बेकार गईं अब फिर एक कोशिश हो रही...

एक्जिट पोलः अंदाजी घोड़े

एक्जिट पोल की खबरों ने विपक्षी दलों का दिल बैठा दिया है। एकाध को छोड़कर सभी कह रहे हैं कि दुबारा मोदी सरकार बनेगी। विपक्षी नेता अब...

असली वाला “मौत का सौदागर” : “गांवों में भी बोतलबन्द पानी....पढिए अपनी बर्बादी की कहानी”

अगर कोई देश अपनी आधी से अधिक आबादी को पीने का पानी मुहैय्या नहीं करा सकती, तो क्या वैसे देश को फेल्ड स्टेट मान लेना चाहिए? अगर जवाब...

अब कमान राष्ट्रपति के हाथों में

यदि इस 2019 के चुनाव में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिल जाए और एक स्थिर सरकार बन जाए तो भारतीय लोकतंत्र के लिए इससे बढ़िया बात तो कोई हो...

मोदी की ऐतिहासिक पत्रकार-परिषद्

जब भाजपा अध्यक्ष ने भाजपा कार्यालय में पत्रकार परिषद बुलाई तो दिल्ली के पत्रकारों के बीच यह खबर आग की तरह फैल गई कि प्रधानमंत्री मोदी...

प्रज्ञा अपनी उम्मीदवारी वापिस लें

किसी साधु या साध्वी को इस तरह का निर्देश नेता लोग देने लगें तो क्या आप उसे साधु या संत मानेंगे ? क्या भगवा कपड़े पहन लेने से ही कोई...