बीजेपी-शिवसेना के बीच सियासी दंगल जारी,संजय राउत ने कहा-महाराष्ट्र में तो शिवसेना का ही होगा मुख्यमंत्री

सांसद संजय राउत ने तो यहां तक कह दिया कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा। संजय राउत ने कहा है कि लिखकर ले लीजिए, मुख्यमंत्री तो शिवसेना का ही होगा। उन्होंने ट्वीट के जरिए भी बिना नाम लिए बीजेपी पर निशाना साधा। राउत ने लिखा, 'साहेब! मत पालिए, अहंकार को इतना, वक्त के सागर में कई सिकंदर डूब गए।'

बीजेपी-शिवसेना के बीच सियासी दंगल जारी,संजय राउत ने कहा-महाराष्ट्र में तो शिवसेना का ही होगा मुख्यमंत्री
Pic of Shiv Sena Spokes Person and Rajya Sabha MP Sanjay Raut
बीजेपी-शिवसेना के बीच सियासी दंगल जारी,संजय राउत ने कहा-महाराष्ट्र में तो शिवसेना का ही होगा मुख्यमंत्री
बीजेपी-शिवसेना के बीच सियासी दंगल जारी,संजय राउत ने कहा-महाराष्ट्र में तो शिवसेना का ही होगा मुख्यमंत्री

 

महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी लड़ाई थमती नहीं दिख रही है। दोनों दल अपनी-अपनी बातों पर अड़े हुए हैं। शिवसेना प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने तो यहां तक कह दिया कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा। संजय राउत ने कहा है कि लिखकर ले लीजिए, मुख्यमंत्री तो शिवसेना का ही होगा। उन्होंने ट्वीट के जरिए भी बिना नाम लिए बीजेपी पर निशाना साधा। राउत ने लिखा, 'साहेब! मत पालिए, अहंकार को इतना, वक्त के सागर में कई सिकंदर डूब गए।'

कांग्रेस-एनसीपी पर तंज कसते हुए राउत ने कहा कि जिनके पास बहुमत नहीं है, वह सरकार बनाने की नहीं सोचें। बीजेपी की ओर से कैबिनेट मंत्री का पद मिलने की ख़बरों पर राउत ने कहा कि हम लोग ट्रेडर नहीं हैं। संजय राउत ने कहा है कि शिवसेना अपने दम पर दो-तिहाई बहुमत जुटा सकती है।

एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर विराम लगाते हुए राउत ने कहा कि शरद पवार राज्य के बड़े नेता हैं, उनसे मुलाकात के कुछ और मायने नहीं निकाले जाने चाहिए। संजय राउत ने कहा कि अब जनता महाराष्ट्र में शिवसेना का मुख्यमंत्री चाहती है। राउत ने गुरुवार को शरद पवार से मुलाकात की थी,जिससे राज्य में सरकार बनाने के एक नए विकल्प को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया था।

विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के दिन यानी 24 अक्तूबर को भी राउत ने पवार से मुलाकात की थी,पर शिवसेना सांसद ने इसे निजी मुलाकात करार दिया था। आपको बताते चलें कि शिवसेना और बीजेपी के बीच मुख्यमंत्री पद और कैबिनेट में हिस्सेदारी को लेकर खींचतान चल रही है। बीजेपी-शिवसेना को मुख्यमंत्री पद देने पर राजी नहीं है। लेकिन शिवसेना अपनी मांग पर अड़ी है और हर बार 50-50 फॉर्मूले का हवाला दे रही है।