मोदी कैबिनेट में शामिल होगी नीतीश की पार्टी, विस्तार से पहले JDU ने मांगा हिस्सा
संसद के मानसून सत्र के पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार की आहट सुनाई देने लगी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा कर रहे हैं। इस बीच बिहार के राजनीतिक गलियारे से एक बड़ी खबर आ रही है। शनिवार को जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने शनिवार को कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में जेडीयू को भी हिस्सेदारी मिलनी चाहिए। मीडिया के साथ संक्षिप्त बातचीत में आरसीपी ने कहा कि एनडीए में शामिल सभी दलों को सम्मान मिलना चाहिए।
इससे पहले शुक्रवार को आरजेडी प्रमुख लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से मुलाकात कर एक बार फिर सबको चौंका दिया। सियासी गलियारे में इस मुलाकात के अलग-अलग निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। इसे पिछली घटनाओं से जोड़कर भी देखा जा रहा है। इससे पहले मांझी ने लालू प्रसाद और राबड़ी देवी को उनकी शादी के सालगिरह पर बधाई दी थी। लालू प्रसाद के प्रति मांझी की बढ़ती हमदर्दी से नई सियासत के आकार लेने की अटकलें तेज हो गई हैं। हालांकि इसकी कोई भी पुष्टि नहीं करता।
वहीं दूसरी ओर वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ने बिना नाम लिए बीजेपी नेताओं को अनावश्यक बयानबाजी की बजाय जनता से किए 19 लाख के रोजगार पर काम करने की सलाह दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'एनडीए गठबंधन के साथीगणों से अनुरोध है कि अनावश्यक बयानबाजी से बचें एवं हम सब मिलकर बिहार की जनता से किए गए 19 लाख रोजगार के वादे पर काम करें।'
इससे पहले शुक्रवार को भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी एनडीए के वरिष्ठ नेता हैं। इसलिए किसी जनप्रतिनिधि की उनसे शिष्टाचार भेंट का राजनीतिक मायने निकालने की जल्दबाजी नहीं होनी चाहिए। मांझी किसी एक जाति के नहीं, बल्कि बिहार में दलितों के बड़े सर्वमान्य नेता हैं। उन्होंने राजद का कुशासन भी देखा है। उनपर डोरे डालने वाले कभी सफल नहीं होंगे।
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