जानिए लोकसभा में कौन बना कांग्रेस का नेता?
पश्चिम बंगाल के बहरामपुर से सांसद अधीर रंजन चौधरी को लोकसभा में कांग्रेस का नेता बनाया गया है। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर हुई बैठक में यह फैसला हुआ। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी द्वारा ये पद ग्रहण करने से इनकार करने के बाद यह निर्णय लिया गया।
पश्चिम बंगाल के बहरामपुर से सांसद अधीर रंजन चौधरी को लोकसभा में कांग्रेस का नेता बनाया गया है। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर हुई बैठक में यह फैसला हुआ। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी द्वारा ये पद ग्रहण करने से इनकार करने के बाद यह निर्णय लिया गया। इस दौरान राहुल गांधी और उनकी मां अध्यक्ष सोनिया गांधी भी उपस्थित थीं।
कांग्रेस की ओर से अधीर रंजन चौधरी का उल्लेख करते हुए लोकसभा को एक पत्र लिखा गया है, जिसमें कहा गया कि अधीर रंजन चौधरी सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के नेता होंगे। पत्र में यह भी लिखा गया कि अधीर रंजन चौधरी सभी महत्वपूर्ण चयन समितियों में पार्टी का प्रतिनिधित्व भी करेंगे।
कांग्रेस पार्टी बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई बैठक पर भी फोकस करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'वन नेशन वन इलेक्शन' पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई है। कांग्रेस ने अलग-अलग तर्क देकर अभी तक इसका विरोध ही किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के चुनाव हारने के बाद लोकसभा में कांग्रेस के नेता का विकल्प देना जरूरी था। लेकिन कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे पर नरमी बरत रही थी, क्योंकि वह इस पद के लिए राहुल गांधी को चाहती थी।
राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन इसे पार्टी ने स्वीकार करने से इनकार कर दिया था। राहुल गांधी के इनकार के बाद कुछ हफ्तों से इस पर गतिरोध बना हुआ है। 17वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार को बुलाए जाने के बाद आज यानी मंगलवार को कांग्रेस पार्टी ने अपने नेता का चुनाव किया।
अधीर रंजन चौधरी के साथ-साथ केरल के नेता के सुरेश, पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी और तिरुवनंतपुरम के सांसद शशि थरूर भी इस पद की दौड़ में शामिल थे। लेकिन अधीर रंजन चौधरी को उनके अनुभव के आधार पर लोकसभा में कांग्रेस का नेता चुना गया।
अधीर का जन्म एक बंगाली परिवार में दो अप्रैल, 1956 को हुआ था। इन्होंने 1996 में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। अधीर 1996 में विधायक बने। 1999 में वह संसद सदस्य बने। जिला कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में जिला परिषद चुनाव में पार्टी की जीत व मुर्शिदाबाद जिले के विभिन्न नगर पालिका के चुनावों में जीत दिलाने वाले एकमात्र व्यक्ति अधीर थे।
अधीर रंजन चौधरी ने 2004 में मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुर संसदीय क्षेत्र से प्रणब मुखर्जी के चुनाव अभियानों में भाग लिया और 2009 में भी पहल की थी। उन्हें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कैबिनेट में 28 अक्टूबर, 2012 को रेल राज्य मंत्री के रूप में शामिल किया गया था। वह 10 फरवरी, 2014 को पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष बने।
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