भारत में अभी शुरू नहीं हुआ है कोरोना का कम्युनिटी ट्रांसमिशन,ICMR के डॉयरेक्टर डॉ. बलराम भार्गव का दावा,कोरोना की चपेट में 1 फीसदी से भी कम आबादी
भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। कोरोना के कारण मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है। लेकिन अच्छी बात यह है कि दश में अभी कोरोना का कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू नहीं हुआ है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर ने इसका दावा किया है।
भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। कोरोना के कारण मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है। लेकिन अच्छी बात यह है कि दश में अभी कोरोना का कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू नहीं हुआ है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर ने इसका दावा किया है।
आईसीएमआर ने एक सर्वे के नतीजे भी देश के सामने रखे हैं। यह सर्वे अप्रैल-मई में देश के 83 जिलों के 28 हजार परिवारों पर किया गया। आईसीएमआर के मुताबिक कोरोना से प्रभावित जिलों में 0.73 फीसदी आबादी ही वायरस की चपेट में आई है। यानी लॉकडाउन कोरोना को फैलने से रोकने में कामयाब साबित हुआ है।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के डायरेक्टर जनरल डॉ. बलराम भार्गव ने गुरुवार को कहा, ‘‘कम्युनिटी ट्रांसमिशन पर बहस जोरों पर है। डब्ल्यूएचओ ने इसके मायने नहीं बताएं हैं। हमारे देश में कोरोना का असर बेहद कम है। यह 1 फीसदी आबादी से भी कम है। शहरी इलाकों में असर ज्यादा है। कंटेनमेंट जोन में उससे भी ज्यादा असर है। लेकिन यह बात साफ है कि हमारे यहां कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं है।’’
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि अब देश में संक्रमितों से ज्यादा ठीक होने वालों की संख्या है। पिछले एक महीने में रिकवरी रेट में 11 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 11 मई को यह 38.29 फीसदी थी। आज यह 49.21 फसदी हो गई है। अब तक देश में 1 लाख 41 हजार 129 लोगों को ठीक करके घर भेजा जा चुका है।
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