राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बढ़ते कोरोना सक्रमण को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका,याचिकाकर्ता ने की दोबारा सख्ती से लॉकडाउन लागू करने की मांग
देश की राजधानी दिल्ली में तेजी से बढ़ रही कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दाखिल की गई है। याचिकाकर्ता का कहना है कि कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए यहां पर लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने के लिए सरकार को निर्देशित किया जाए। याचिकाकर्ता ने हाईकोर्ट में यह तर्क भी दिया है कि दिल्ली सरकार ने आशंका जताई है कि जुलाई में यहां पर साढ़े पांच लाख कोरोना के मरीज हो सकते हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है। दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। देश की राजधानी में बहुत तेजी से बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या से हर कोई चिंतित है। इसी बीच दिल्ली में सख्ती से लॉकडाउन लागू करने की मांग को लेकर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दाखिल की गई है।
याचिकाकर्ता का कहना है कि कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए यहां पर लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने के लिए सरकार को निर्देशित किया जाए। याचिकाकर्ता ने हाईकोर्ट में यह तर्क भी दिया है कि दिल्ली सरकार ने आशंका जताई है कि जुलाई में यहां पर साढ़े पांच लाख कोरोना के मरीज हो सकते हैं।
दरअसल, दिल्ली में कोरोना के तेजी से बढ़ते संक्रमण के बीच बुधवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया और कहा , “कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को लेकर गृह मंत्री से विस्तार से चर्चा हुई। उन्होंने सहयोग का आश्वासन दिया।”
दिल्ली के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी में जिस तरह से हालात बिगड़ते जा रहे हैं, उसे देखते हुए यहां फिर से लॉकडाउन लगाने का फैसला किया जा सकता है। गौरतलब है कि मंगलवार को दिल्ली से उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने चिंता जताई कि थी कि 31 जुलाई तक दिल्ली में कोरोना के साढ़े पांच लाख मरीज हो सकते हैं। उस समय दिल्ली को 80 हजार बेड की जरूरत होगी।
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के निवास पर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक के बाद मनीष सिसोदिया ने कहा कि राजधानी में लगभग 12 से 13 दिन में कोरोना के केस दोगुने हो रहे हैं। अभी जो डाटा प्रस्तुत किया गया है, उसके अनुसार 30 जून तक कोरोना के मरीजों के लिए दिल्ली में 15 हजार बेड की जरूरत होगी। 15 जुलाई तक 33 हजार और 31 जुलाई तक 80 हजार बेड की जरूरत होगी।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि 15 जून तक 44 हजार केस होंगे और करीब 6600 बेड की जरूरत होगी। 30 जून तक एक लाख केस पहुंच जाएंगे और करीब 15 हजार बेड की आवश्यकता होगी। 15 जुलाई तक 2 लाख केस हो जाएंगे और 33 हजार बेड की जरूरत पड़ेगी, जबकि 31 जुलाई तक करीब 5.5 लाख केस बढ़ जाएंगे और उसके लिए करीब 80 हजार बेड की जरूरत पड़ेगी।
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