तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने शहीद कर्नल संतोष बाबू की पत्नी से की मुलाकात, सौंपा 5 करोड़ का चेक और जमीन के कागजात, मिलेगी ग्रुप-वन की सरकारी नौकरी
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने शहीद कर्नल संतोष बाबू के परिवार से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कर्नल संतोष बाबू की पत्नी को एक आवासीय जमीन के कागजात, ग्रुप-वन यानी गैजेटेड रैंक की नौकरी के कागजात और 5 करोड़ रुपए का चेक सौंपा। लद्दाख में चीन की सेना के साथ हुई हिंसक झड़प में कर्नल संतोष बाबू शहीद हो गए थे।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने शहीद कर्नल संतोष बाबू के परिवार से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कर्नल संतोष बाबू की पत्नी को एक आवासीय जमीन के कागजात, ग्रुप-वन यानी गैजेटेड रैंक की नौकरी के कागजात और 5 करोड़ रुपए का चेक सौंपा। लद्दाख में चीन की सेना के साथ हुई हिंसक झड़प में कर्नल संतोष बाबू शहीद हो गए थे। 18 जून को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
नम आंखों से परिवार और आस-पड़ोस के लोगों ने उन्हें अंतिम विदाई दी। कर्नल की अंतिम यात्रा के दौरान लोगों ने अपने घरों की बॉलकनी में खड़े होकर 'वंदे मातरम' और 'संतोष बाबू अमर रहे' के नारे भी लगाए और फुलों की बारिश भी की। इस दौरान शहर की अधिकतर दुकानें बंद रहीं। उनके पार्थिव शरीर को बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी से एक विशेष विमान में हैदराबाद के निकट स्थित हकीमपेट वायु सेना अड्डे लाया गया और देर रात उनके घर पहुंचाया गया।
कर्नल का अंतिम संस्कार पारिवारिक जमीन पर ही किया। उनके पिता ने क्रियाकर्म किया। सेना ने उन्हें बंदूक की सलामी दी। कर्नल के परिवार में पत्नी, एक बेटी और एक बेटा है। 15 जून की रात पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के उनके समेत 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे।
मूलत: तेलंगाना के सूर्यपत जिले के निवासी कर्नल संतोष बाबू 16 बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग अफसर भी थे। इससे पूर्व भी वह तनाव कम करने को लेकर हुई कई बैठकों का नेतृत्व कर चुके थे। सेना से जुड़े सूत्रों ने कहा था कि जब चीनी सेना तय कार्यक्रम के अनुसार पीछे नहीं हटी तो कर्नल बाबू स्वयं उनसे बात करने गए थे। इसी दौरान चीनी पक्ष की तरफ से उनके साथ हाथापाई की गई, जिसके बाद भारतीय सैनिकों ने भी जवाब दिया।
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