सागर राणा मर्डर केस : एक आरोपी ने अदालत से न्याय के हित में सुनवाई तेज करने को कहा
सागर राणा मर्डर केस में आरोपी अंतर्राष्ट्रीय पहलवान और ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार से जुड़े छत्रसाल स्टेडियम मामले में एक आरोपी ने दिल्ली की एक अदालत से अनुरोध किया है कि 'न्याय के हित में मामले में सुनवाई तेज की जाए। छत्रसाल स्टेडियम में हुए झगड़े में एक जूनियर पहलवान की मौत हो गई थी। आरोपी अनिरुद्ध दहिया ने मामले में सुनवाई की तारीख पहले करने के लिए अनुरोध किया। मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट सतवीर सिंह लांबा ने आज होने वाली सुनवाई को मुहर्रम की छुट्टी की वजह से अक्टूबर तक स्थगित कर दिया था। न्याय के हित में सुनवाई पहले करने का अनुरोध करते हुए याचिका में कहा गया, ''अगर मामले में सुनवाई नौ अक्टूबर तक स्थगित की जाती है तो कोई मकसद हासिल नहीं होगा। आरोपी सुनवाई तेजी से कराने के पक्ष में है।
वकील प्रदीप राणा द्वारा दहिया की ओर से 17 अगस्त को दायर आवेदन 24 अगस्त को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया। दहिया के अलावा ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार और 11 अन्य लोग मामले में आरोपी हैं। गौरतलब है कि दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में चार मई की रात दिल्ली के मॉडल टॉउन थाना इलाके में पहलवान सुशील और उसके साथियों ने कथित तौर पर एक फ्लैट से सागर राणा और उसके दोस्तों का अपहरण कर लिया था और फिर छत्रसाल स्टेडियम में ले जाकर उनकी बेरहमी से पिटाई की थी। इसमें सागर बुरी तरह घायल हो गया था और इलाज के दौरान सागर की मौत हो गई थी। सुशील फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच छत्रसाल स्टेडियम में हुए विवाद से संबंधित मामले की जांच कर रही है।
बता दें कि वारदात के बाद पुलिस को स्टेडियम का एक सीसीटीवी फुटेज भी हाथ लगा था। सीसीटीवी फुटेज में सुशील 20-25 पहलवानों और असौदा गिरोह के बदमाशों के साथ सागर और दो अन्य को पीटते दिख रहे हैं। वीडियो में सभी लोग सागर को लात-घूंसों, डंडों, बैट व हॉकी से मारते दिख रहे हैं। फुटेज में सुशील सागर व दो अन्य पीड़ितों पर हॉकी चलाते भी दिखे। सुशील देश के लिए लगातार दो ओलंपिक पदक जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। सुशील ने 2008 के बीजिंग ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल और 2012 के लंदन ओलंपिक में सिलवर मेडल जीता था। वह 2010 में विश्व चैंपियन भी रहे हैं। राष्ट्रमंडल खेल 2010, 2014 और 2018 में उन्होंने लगातार तीन गोल्ड मेडल जीते हैं।
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