जानिए, बिहार के बाहुबली विधायक अनंत सिंह ने दिल्ली के साकेत कोर्ट में क्यों किया सरेंडर?
बिहार के बाहुबली विधायक अनंत सिंह शुक्रवार को नाटकीय अंदाज में दिल्ली के साकेत कोर्ट पहुंचे और आत्मसमर्पण कर दिया। बिहार के कोर्ट में अनंत सिंह के सरेंडर की अफवाह गुरुवार को ही सामने आयी थी। जिसके बाद अनंत सिंह ने बिहार के किसी कोर्ट को छोड़कर दिल्ली के साकेत कोर्ट को चुना और अचानक कोर्ट में पहुंचकर सरेंडर कर दिया। तमाम कानूनी प्रक्रिया के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में लेकर पटना ले जाया जाएगा।
बिहार के मोकामा से बाहुबली विधायक अनंत सिंह की तलाश में बिहार पुलिस खाक छानती रही और उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साकेत कोर्ट में सरेंडर कर दिया। अनंत सिंह बड़े ही नाटकीय अंदाज में साकेत कोर्ट पहुंचे और आत्मसमर्पण कर दिया। बिहार के कोर्ट में अनंत सिंह के सरेंडर की अफवाह गुरुवार को ही सामने आयी थी। लेकिन अनंत सिंह ने बिहार के किसी कोर्ट को छोड़कर दिल्ली के साकेत कोर्ट को चुना। तमाम कानूनी प्रक्रिया के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में लिया गया है।
दिल्ली से पटना लाए जाएंगे अनंत
साकेत कोरेट में न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद अनंत सिंह को दिल्ली से पटना लाया जाएगा। विधायक को लाने के लिए बिहार से पुलिस की टीम भेजी जा रही है, जिसमें डिप्टी एसपी, इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर, समेत कई अन्य पुलिसकर्मी शामिल होंगे।
कानूनी सलाहकारों ने दी थी सरेंडर सलाह
आरोपी विधायक अनंत सिंह के कानूनी सलाहकारों ने भी उन्हें जल्द सरेंडर करने की सलाह दी थी। जिसके बाद उन्होंने सरेंडर किया है। विधायक के सरेंडर करने को लेकर यहां बिहार पुलिस अलर्ट रही, गिरफ्तारी के लिए बाढ़ से लेकर पटना कोर्ट के बाहर तक पुलिस नजर रख रही थी। लेकिन वे दिल्ली के साकेत कोर्ट सरेंडर करने पहुंच गए।
वीडियो के जरिए कोर्ट पर जताया था भरोसा
अनंत सिंह ने फरारी के दौरान ही तीन वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने न्यायालय पर भरोसा जताते हुए कहा था कि वो सरेंडर करेंगे। कहा था कि उन्हें पुलिस पर भरोसा नहीं है। अनंत सिंह ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि उन्हें साजिश के तहत फंसाने का काम कर रही है। उन्होंने पुलिस के अलावे कुछ राजनेताओं पर भी साजिश कर फंसाने का आरोप लगाया था। अनंत सिंह 17 अगस्त से ही फरार चल रहे थे। पुलिस लगातार उन्हें तलाश रही थी। लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकी थी।
क्या है पूरा मामला?
विधायक के पैतृक गांव नदवां में पुलिस की कार्रवाई के दौरान AK-47 और 2 हैंड ग्रेनेड मिलने के बाद गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियन के तहत बाढ़ थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। अवैध हथियार की बरामदगी के बाद घर के केयर टेकर के खिलाफ भी यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया गया था। केस दर्ज होने के बाद पुलिस देर रात विधायक को गिरफ्तार करने बड़ी संख्या में उनके पटना स्थित सरकारी आवास पहुंची थी। हालांकि तब तक विधायक सरकारी आवास छोड़ फरार हो चुके थे।
Comments (0)