हम मुखिया जीतनराम मांझी के बदले सुर, तेजस्वी की सीएम उम्मीदवारी पर करेंगे पुनर्विचार
महागठबंधन को बिहार में मिली इस करारी हार के बोद से आरजेडी के सहयोगी दलों के सुर अब बदलने लगे हैं। हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा के मुखिया जीतनराम ने एक बड़ा बयान दे दिया है।
2019 के लोकसभा सभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड बहुमत मिला है। देश के तमाम राज्यों में विपक्ष चारों खाने चित हो गया है। कुछ ऐसा ही हाल बिहार में भी हुआ। यहां महागठवंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा। बीस सीटों पर चुनाव लड़ने वाली पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के सभी उम्मीदवार हार गए। उपेंद्र कुशवाहा, जीतनराम मांझी और मुकेश शहनी भी जनता का दिल जीतने में पूरी तरह से नाकाम रहे। कांग्रेस जैसे-तैसे एक सीट पर जीत हासिल कर सकी। महागठबंधन को बिहार में मिली इस करारी हार के बोद से आरजेडी के सहयोगी दलों के सुर अब बदलने लगे हैं। हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा के मुखिया जीतनराम ने एक बड़ा बयान दे दिया है। यह बयान उन्होंने पटना में पार्टी की समीक्षा बैठक के दौरान अपने आवास पर दिया, जिसमें उन्होंने साफ़ तौर पर कहा कि वे चुनाव से पहले जरूर कहते थे कि आगामी विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ही मुख्यमंत्री के उम्मीदवार होंगे। लेकिन अब चुनाव में हार हुई है। सभी दल एक साथ बैठेंगे और इस पर विचार होगा कि आखिर मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा। जाहिर है कि मांझी महागठबंधन की समीक्षा बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे। दिल्ली में स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए मांझी ने कहा अभी और भी बैठकें होंगी, जिसमें सभी मिलजुलकर बातचीत करेंगे। चुनाव हारने पर चर्चा होगी।
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