Corona Updates : प्रवासी मजदूरों ने The India Plus News से मांगी मदद,लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे हैं हजारों बिहारी और पूर्वांचली
देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे प्रवासियों ने द इंडिया प्लस न्यूज से भी मदद मांगी है और उनकी मांगों पर अमल करते हुए हमने उनकी आवाज को आपके तक पहुंचाने का प्रयास किया है। बिहार सरकार से हमारा विशेष अनुरोध है कि वो इस दिशा में सकारात्मक पहल कर अपने लोगों को अपने घर बुलाने का हर संभव प्रयास करे।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने लॉकडाउन के दूसरे चरण की घोषणा कर 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया है। लेकिन इस घोषणा के साथ ही उन प्रवासी बिहारवासियों और पूर्वांचली कामगार और मजदूरों की उम्मीदों को नाउम्मीदगी में बदल दिया, जो इस वक्त देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हुए हैं। कोरोना संकट में जनता सरकार के साथ खड़ी है। लेकिन उन करोड़ों अप्रवासी मजदूरों की क्या,जिनके सामने अपने पेट पालने और गुजरबसर करने का संकट है। राशन के अभाव में इस तनावपूर्ण माहौल में हर कोई अपने घर आना चाहता है।
केंद्र सरकार और राज्य सरकारें क्या उन सभी प्रवासियों को अपने-अपने राज्यों में भेजने का वैकल्पिक व्यवस्था नहीं कर सकती है। बिहार सरकार और अन्य राज्यों की सरकारों को तो ये चाहिए कि वो अपने प्रदेशों के लोगों को लॉकडाउन के मध्य ही घर वापसी का प्रयास करे। वो भी पूरी सुरक्षा के साथ।
देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे प्रवासियों ने द इंडिया प्लस न्यूज से भी मदद मांगी है और उनकी मांगों पर अमल करते हुए हमने उनकी आवाज को आपके तक पहुंचाने का प्रयास किया है। बिहार सरकार से हमारा विशेष अनुरोध है कि वो इस दिशा में सकारात्मक पहल करे और अपने लोगों को अपने घर बुलाने का हर संभव प्रयास करे।
बिहार सरकार या देश के अन्य प्रदेशों की सरकारें चाहे तो अपने नागरिकों के लिए विशेष बंदोबस्त कर सुरक्षित घर वापसी कर सकती है। बिहार लाने के उपरांत भी उनकी स्क्रीनिंग और टेस्टिंग करके क्वारांटाइन कर सकते है। बाद में भी तो ऐसा ही करना होगा। दूसरे प्रदेशों में उन्हें संकट की घड़ी में राज्य सरकार द्वारा इस तरह छोड़ देना संवैधानिक जिम्मेवारी,नैतिकता, मानवता और राजधर्म के विरुद्ध है।
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