Corona Update : बिहार के औरंगाबाद में मिले कोरोना के पांच नए मरीज,लॉकडाउन के तीसरे चरण में भी नहीं मिली छूट, नगरवासियों की बढ़ी मुश्किलात
बिहार सरकार के निर्देश पर औरंगाबाद जिला प्रशासन ने लोगों को पहले की तरह घरों में ही रहने की हिदायत दी है। लोगों से सामाजिक दूरी बनाने और बगैर जरूरी काम के बाजारों में नहीं जाने की अपील की है। औरंगाबाद में लॉकडाउन के तीसरे चरण में भी छूट नहीं दी जा रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां कोरोना के पांच नए मरीजों की पुष्टि हुई है। राज्य सरकार ने औरंगाबाद को ऑरेंज जोन में रखा है।
देश के अन्य राज्यों की तरह बिहार में भी कोरोना वायरस का प्रकोप दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना संक्रमितों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है। इस राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या 523 के पार पहुंच गई है। राज्य के 38 में से 31 जिले संक्रमण की चपेट में हैं। औरंगाबाद भी संक्रमित जिलों में शामिल है। यहां कोरोना के 5 नए मरीज मिलने के बाद जिलावासियों की मुश्किलें और बढ़ गई है।
दरअसल,राज्य सरकार ने नए इलाकों में संक्रमण और प्रवासियों की वापसी को देखते हुए लॉकडाउन के तीसरे चरण में कोई विशेष छूट नहीं देने का फैसला किया है। पूरे प्रदेश को रेड और ऑरेंज जोन में बांटा है। यहां ग्रीन जोन नहीं होगा। राज्य सरकार के निर्देश पर ही औरंगाबाद जिला प्रशासन ने लोगों को पहले की तरह ही घरों में ही रहने की हिदायत दी है। औरंगाबाद में लॉक डाउन में कोई छूट नहीं दी जा रही है।
औरंगाबाद के शहरी क्षेत्र में 2 कोरोना संक्रमित मरीज और सदर अस्पताल में एक कर्मी को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद ज्यादातर क्षेत्र कॉन्टेनमेंट जोन के अंदर आ रहा है। लिहाजा, औरंगाबाद शहर में किसी प्रकार की कोई छूट लागू नहीं है। यहां कॉन्टेनमेंट जोन को छोड़कर जिले के अन्य क्षेत्रों में केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस के तहत छूट रहेगी और दुकानें खुल सकेंगी।
औरंगाबाद जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल की ओर से जो निर्देश दिए गए हैं,उनके मुताबिक औरंगाबाद सदर अस्पताल के ओपीडी में कामकाज बंद रहेंगे। पूरे अस्पताल में सैनिटाइजेशन का कार्य कराया जाएगा। सरकारी और प्राइवेट एंबुलेंस को भी सैनिटाइज किया जाएगा। अस्पताल के सभी कर्मियों को कोरोना वायरस को लेकर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जिलाधिकारी की ओर से अस्पताल प्रबंधक को निर्देशित किया गया है कि मुख्य द्वार पर सुरक्षा गार्ड प्रतिनियुक्त करे। सुरक्षा गार्ड अस्पताल में आ रहे लोगों को बताएंगे कि ओपीडी का कार्य बंद है और ओपीडी इलाज के लिए शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाने की सलाह देंगे। कोरोना के लिए सैंपल क्लेक्शन का कार्य पूर्व से ही सदर अस्पताल से अलग कर गेट स्कूल में कर दिया गया है।
दरअसल, नए इलाकों में संक्रमण और प्रवासियों की वापसी को देखते हुए बिहार सरकार ने लॉकडाउन के तीसरे चरण में कोई विशेष छूट नहीं देने का फैसला किया। पूरे बिहार को रेड और ऑरेंज जोन में बांटा गया है। ग्रीन जोन नहीं होगा। 5 जिले मुंगेर, रोहतास, बक्सर, पटना और गया रेड जोन में हैं। बाकी 33 जिले ऑरेंज जोन में हैं। खास बात ये है कि 7 जिलों में 1 भी केस नहीं है। लेकिन, इन्हें भी ऑरेंज जोन में रखा गया है।
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