पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस के बुजुर्ग नेताओं को क्या दी नसीहत?
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि कांग्रेस को एक युवा नेता की जरूरत है। कांग्रेस को एक ऐसे नेता की जरूरत है जो पार्टी में जान फूंक सके। अमरिंदर सिंह का यह बयान राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद आया है।
राहुल गांधी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद पार्टी के तमाम बड़े-छोटे नेता पशोपेश की स्थिति में हैं। पार्टी नेता यह निर्णय नहीं पर पा रहे हैं कि वो पार्टी की जिम्मेदारी किसके हाथों में सौंपें। क्योंकि राहुल गांधी साफ कर दिया है कि कांग्रेस का अगला अध्यक्ष गांधी परिवार का नहीं होगा। इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि कांग्रेस को एक युवा नेता की जरूरत है। कांग्रेस को एक ऐसे नेता की जरूरत है जो पार्टी में जान फूंक सके। अमरिंदर सिंह का यह बयान राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद आया है।
कैप्टन अमरिंदर ने अपने बयान में कहा कि राहुल गांधी का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन इस सच का झुठलाया नहीं जा सकता है कि पार्टी को इस समय एक युवा नेता की ही जरूरत है,जो अपने हुनर, कौशल और जज्बे से पार्टी में जान फूंक सके साथ ही पार्टी को मजबूत बनाने की दिशा में काम कर सके।
अमरिंदर सिंह ने जहां एक ओर किसी युवा नेता को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने की वकालत की है। वहीं, दूसरी ओर पार्टी के बुजुर्ग नेताओं को नए लोगों को रास्ता देने की नसीहत भी दी है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि देश की बहुसंख्यक युवा आबादी के मद्देनजर कांग्रेस वर्किंग कमिटी को राहुल गांधी के विकल्प के तौर पर नई पीढ़ी के ऐसे नेता को कमान सौंपनी चाहिए, जो अपनी देशव्यापी पहचान और जमीन से जुड़ाव के जरिए लोगों को उत्साहित कर सके।
'सबसे पुरानी पार्टी को चाहिए युवा नजरिया'
कैप्टन अमरिंदर ने कहा है कि केवल एक युवा नेता ही देश की सबसे पुरानी पार्टी में नई जान फूंक सकता है। राहुल गांधी के इस्तीफे को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए यह झटका है। परंतु पार्टी इससे तभी उबर सकती है जब कमान युवा की जगह एक दूसरे युवा नेता को मिले। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने पार्टी में युवा नेतृत्व को रास्ता दिखाया है जो पार्टी को ऊंचाई तक पहुंचा सकता है। अमरिंदर सिंह ने कहा कि युवा आबादी के मामले में भारत दुनिया भर में आगे है ऐसे में युवा नेता लोगों की इच्छा और आकांक्षाओं को बेहतर समझ सकता है। पार्टी में होना वाला परिवर्तन भारत की 65 फीसदी आबादी जो 35 साल से कम आयु की है, लिहाजा युवाओं को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए।
बुजुर्ग नेताओं को कैप्टन की नसीहत
कैप्टन अमरंदर सिंह ने कहा है कि पार्टी के अनुभवी बुजुर्ग नेतृत्व के मार्गदर्शन में नई सोच एक युवा नेता 'नए भारत' का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। बुजुर्ग नेताओं को नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि पुराने लोग नए लोगों को रास्ता दें। वर्ना कांग्रेस मौजूदा चुनौतियों का सामना नहीं कर पाएगी।
कांग्रेस के पास ये हैं युवा चेहरे हैं
कैप्टन अमरंदर सिंह के बयान के बाद अब ये सवाल खड़े हो गए हैं कि कांग्रेस के पास युवा नेताओं के तौर पर कौन से चेहरे हैं? पार्टी में आखिरकार वो कौन सा चेहरा है, जिसे पार्टी की कमान सर्वसम्मति से सौंपी जा सकती है, तो इनमें प्रमुख रूप से सचिन पायलट और ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम आता है। पायलट फिलहाल राजस्थान के उपमुख्यमंत्री के साथ-साथ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं। जबकि सिंधिया पार्टी के महासचिव हैं और उनके पास पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रभार है। मुकुल वासनिक के रूप में एक और महासचिव को इस सूची में शामिल किया जा सकता है।
प्रियंका गांधी हैं दौड़ से बाहर
जहां तक प्रियंका गांधी का सवाल है, तो वो इस दौड़ में इसलिए नहीं हैं क्योंकि राहुल गांधी चाहते हैं कि उनके बाद पार्टी अध्यक्ष गांधी परिवार के बाहर का नेता बने। राहुल गांधी ने ये भी साफ कर दिया है कि नए अध्यक्ष के चयन में उनकी कोई भूमिका नहीं होगी।
इनके नाम पर भी चर्चा
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सूत्रों के हवाले से जो नाम उभर कर सामने आए हैं, उनमें सुशील कुमार शिंदे, मल्लिकार्जुन खड़गे से लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जैसे बुजुर्ग नेता शामिल हैं।
जल्द होगी कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक
कैप्टन अमरिंदर सिंह का बयान इसलिए भी अहम है, क्योंकि अगले कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर पहली बार किसी नेता ने विचार रखा है। राहुल गांधी के सार्वजनिक तौर पर इस्तीफा देने के बावजूद पार्टी नेता यही कह रहे हैं कि कांग्रेस वर्किंग कमिटी एक बार फिर राहुल से इस्तीफा वापस लेने की मांग करेगी। इस मसले पर कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक जल्द हो सकती है।
आपको बताते चलें कि काफी मान मनौव्वल के बाद भी राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान संभालने से इंकार करते हुए इस्तीफा दे दिया है। हालांकि अभी तक कोई नाम नहीं तय हो पाया है कि कांग्रेस की अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी कौन संभालेगा।
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