PAC जवानों पर हमले की कड़ियों को जोड़ने में जुटी ATS, गोरखनाथ मंदिर और CM योगी को बम से उड़ाने की मिली थी धमकी
इसी साल फरवरी महीने के पहले हफ्ते में गोरखनाथ मंदिर और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। चार फरवरी की रात लेडी डॉन नामक एक ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में मेरठ और लखनऊ के विधानसभा में भी बम धमाके की धमकी दी गई थी।
इसी साल फरवरी महीने के पहले हफ्ते में गोरखनाथ मंदिर और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। चार फरवरी की रात लेडी डॉन नामक एक ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में मेरठ और लखनऊ के विधानसभा में भी बम धमाके की धमकी दी गई थी। इसके बाद पुलिस अफसरों ने एहतियातन गोरखनाथ मंदिर में चेकिंग कराई थी। रविवार की देर शाम गोरखनाथ मंदिर के मुख्य गेट पर सुरक्षा में तैनात पीएसी के दो जवानों पर धारदार हथियार लेकर एक सिरफिरे ने हमला कर दिया। स्थानीय पुलिस के साथ एटीएस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है।
सुरक्षा को लेकर और ज्यादा सतर्कता बरतने का दावा किया था। धमकी देने वाले के खिलाफ पुलिस ने केस भी दर्ज किया था। तलाश में एक टीम भी गई थी पर वह पकड़ा नहीं गया और मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। गत चार फरवरी की रात एक में एक के बाद एक कर तीन ट्वीट किए गए। लेडी डॉन नामक एक ट्विटर हैंडल से किए गए पहले ट्वीट में लिखा था कि यूपी विधानसभा लखनऊ, रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर बम लगा दिया गया है। यह भी लिखा गया कि योगी आदित्यानाथ की भी हत्या हो जाएगी। एक घंटे बाद भीम सेना की अध्यक्ष सीमा सिंह योगी आदित्यनाथ को मानव बम बनकर मारेंगी। राशिद ने बम लगा दिया है। इसके बाद ही पुलिस हरकत में आ गई। तभी फिर ट्वीट किया गया कि गोरखनाथ मठ में आठ जगह सुलेमान भाई ने बम लगा दिया है, योगी आदित्यनाथ के चीथड़े उड़ जाएंगे। मेरठ में दस जगह बम ब्लास्ट की बात लिखी गई। जब ये ट्वीट आ रहे थे तब सीएम योगी गोरखपुर में ही थे लिहाजा यहां की सुरक्षा और ज्यादा बढ़ा दी गई थी। अफसरों ने गोरखनाथ मंदिर के चप्पे-चप्पे की तलाशी ली थी। केस दर्ज होने के बाद टीम आरोपी की तलाश में गुरुग्राम तक गई थी। धमकी देने वाला पकड़ा नहीं जा सका।
सुरक्षा की निगरानी में लगे हैं एएसपी:
गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर सुरक्षा के लिए एडिशनल एसपी की तैनाती की गई है। सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी 875 पुलिसकर्मी संभाल रहे हैं। पीएसी जवानों को भी लगाया गया है। गोरखनाथ मंदिर का सुरक्षा घेरा काफी मजबूत किया गया है। एसपी लाल भारत कुमार को मंदिर सुरक्षा प्रभारी के रूप में तैनात किया गया है। मंदिर परिसर में बम निरोधक दस्ता स्थायी तौर पर तैनात है। यहां के सुरक्षा घेरे को मजबूती देने के लिए एक प्लाटून पीएसी भी लगाई गई है। मंदिर परिसर में पुलिस चौकी बनाई गई है। परिसर की सुरक्षा के लिए 875 पुलिसकर्मियों और सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। गोरखनाथ मंदिर परिसर में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती तो है ही गेट पर स्कैनर लगाए गए हैं।
क्या हुआ है:
गोरखनाथ मंदिर के मुख्य गेट पर सुरक्षा में तैनात पीएसी के दो जवानों पर रविवार की देर शाम धारदार हथियार लेकर एक सिरफिरे ने हमला कर दिया। ताबड़तोड़ प्रहार कर उसने दोनों जवानों को गंभीर रूप से घायल कर दिया और 10 मिनट तक वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों से जूझता रहा। लोगों की मदद से सुरक्षाकर्मियों ने हमलावर को धर दबोचा। इस दौरान वह भी घायल हो गया। आशंका जताई जा रही है कि उसका एक साथी भी था, जो भाग निकला। हमलावर कैंट क्षेत्र स्थित सिविल लाइंस का निवासी है। देर रात गोरखनाथ थाने में आरोपी पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया। देर शाम एटीएस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। दस्ते ने आरोपित के घर की तलाशी ली। आरोपित के परिवारवालों को हिरासत में लिया गया है।
Comments (0)