बीजेपी सांसद डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी ने जीएसटी पर उठाए सवाल,नरेंद्र मोदी सरकार के निर्णय को बताया पागलपन
बीजेपी सांसद डॉ सुब्रमण्यम स्वामी ने केंद्र सरकार के देशभर में जीएसटी लागू करने के निर्णय को पागलपन करार दिया है। उन्होंने कहा कि लोगों को दिए जाने वाले ऋण की ब्याज दर को कम किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे सेठों को आयकर में छूट देने के विरोधी नहीं है, लेकिन आम आदमी के हाथ तक अधिक पैसा पहुंचाने की दिशा में प्रयास किए जाने चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी ने केंद्र की अपनी ही सरकार के निर्णय पर सवाल खड़े किए हैं। बीजेपी सांसद ने केंद्र सरकार के देशभर में जीएसटी लागू करने के निर्णय को पागलपन तक बताया है। डॉ. स्वामी ने कहा कि जीएसटी लागू होने से कुछ होने वाला नहीं है, ऐसे में इसे खत्म कर देना चाहिए।
बीजेपी सांसद ने कहा कि केंद्र सरकार को सेठों को रियायतें देने के अलावा आम आदमी को राहत देने के लिए कार्य करना चाहिए। बैंकों में ब्याज दर को बढ़ाया जाना चाहिए, ताकि लोग बैंकों में पैसा जमा करने के लिए आगे आएं। डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी ने हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान ये बातें कही।
डॉ स्वामी ने कहा कि लोगों को दिए जाने वाले ऋण की ब्याज दर को कम किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे सेठों को आयकर में छूट देने के विरोधी नहीं है, लेकिन आम आदमी के हाथ तक अधिक पैसा पहुंचाने की दिशा में प्रयास किए जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह अच्छे आदमी हैं, ईमानदार हैं, लेकिन वे राष्ट्रवादी चरित्र नहीं निभाते। वे इटली की महिला से डरते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश के इतिहास से बहुत खिलवाड़ हुआ है। देश के युवाओं को देश के गौरवशाली इतिहास से अवगत कराना जरूरी है।
राज्यसभा सांसद डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि गोडसे के बारे में वे शोध कर रहे है, कि क्या उन्होंने महात्मा गांधी की हत्या की या उनके खिलाफ एक साजिश रची गई थी। जेएनयू के प्रोफेसर झूठ बोलने और लिखने में माहिर हैं। देश के गौरवशाली इतिहास और विजयनगर जैसे साम्राज्य का इतिहास और हिंदुओं के इतिहास को छुपाया गया है। पंडित नेहरू पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि गांधी जी की मौत का फायदा उन्होंने उठाया और आरएसएस पर बैन लगाया।
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