यात्रीगण कृपया ध्यान दें! शताब्दी एक्सप्रेस में अब 500 मिलीलीटर ही मिलेगा निःशुल्क पानी, रेलवे बोर्ड का आदेश
रेलवे बोर्ड के आदेश के मुताबिक शताब्दी ट्रेन में अब पांच घंटे से अधिक सफर करने वालों को भी एक लीटर रेल नीर की बोतल मुहैया नहीं कराई जाएगी जैसा कि पहले होता था। रेलवे की दलील है कि इससे पानी को बचाया जा सकेगा। दरअसल, शताब्दी ट्रेन को अधिकतम सफर तय करने में महज साढ़े आठ घंटे लगते हैं।
अगर आपको अपने काम को लेकर देश भर का दौरा करना पड़ता है और आप शताब्दी एक्सप्रेस से सफर करते हैं,तो आपके लिए बुरी खबर है। शताब्दी ट्रेन में सफर के दौरान अब आपको एक लीटर की जगह आधा लीटर ही रेल नीर मुहैया करावाया जाएगा। रेलवे प्रशासन ने पानी की बर्बादी को रोकने के लिए यह फैसला किया है। यह आदेश अगले तीन महीनों में देश की सभी शताब्दी ट्रेनों में प्रभावी होगा।
रेलवे बोर्ड के आदेश के मुताबिक शताब्दी ट्रेन में अब पांच घंटे से अधिक सफर करने वालों को भी एक लीटर रेल नीर की बोतल मुहैया नहीं कराई जाएगी जैसा कि पहले होता था। रेलवे की दलील है कि इससे पानी को बचाया जा सकेगा। दरअसल, शताब्दी ट्रेन को अधिकतम सफर तय करने में महज साढ़े आठ घंटे लगते हैं।
रेल मंत्रालय के मुताबिक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मौजूदा समय में शताब्दी से जो यात्री पांच घंटे तक का सफर करते हैं, उन्हें आधा लीटर (500 मिली लीटर) रेल नीर मुहैया कराया जाता है, जबकि पांच घंटे से अधिक सफर करने वाले यात्रियों को रेल नीर की एक लीटर की बोतल दी जाती है, लेकिन अब सभी यात्रियों को 500 मिलीलीटर रेल नीर की बोतल ही मुहैया करायी जाएगी, क्योंकि बड़ी बोतल देने पर पानी की बर्बादी होती है।
हालांकि, यात्री अधिक पानी की बोतल ले सकते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें भुगतान करना होगा। शताब्दी ट्रेन कुर्सी यान है जो छोटी दूरी तय करने के लिए चलाई जाती है। अपनी श्रेणी की ट्रेन में दिल्ली से भोपाल जाने वाली शताब्दी का सफर सबसे लंबा है, जिसे यह साढ़े आठ घंटे में तय कर लेती है।
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