पाकिस्तान में गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर मुस्लिम समुदाय ने किया हमला,बीजेपी ने कांग्रेस से पूछे सवाल,कांग्रेस ने की घटना की निंदा
पाकिस्तान में स्थित सिखों के पवित्र स्थल गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर हुए हमले और फथराव के बाद बीजेपी ने कांग्रेस से पूछा है कि आप के लिए ये सबूत काफी है या और चाहिए? जबकि कांग्रेस ने ननकाना साहिब पर भीड़ द्वारा पथराव और नारेबाजी की घटना के लिए वहां की सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस ने कहा कि इमरान खान की सरकार को इस पवित्र स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
देश के दो बड़े दल एक बार फिर आमने-सामने हैं। पर इस बार वजह कोई अंदरूनी नहीं,बल्कि पड़ोसी मुल्क की पाकिस्तान में घटी एक घटना है। दरअसल,पाकिस्तान में स्थित सिखों के पवित्र स्थल गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर हुए हमले और फथराव के बाद बीजेपी ने कांग्रेस से पूछा है कि आप के लिए ये सबूत काफी है या और चाहिए? जबकि कांग्रेस ने ननकाना साहिब पर भीड़ द्वारा पथराव और नारेबाजी की घटना के लिए वहां की सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस ने कहा कि इमरान खान की सरकार को इस पवित्र स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीटर पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा 'ननकाना साहिब में एक भी सिख ना रहने देना...इस्लाम के नाम पे' यह धमकी दी जा रही थी। पाकिस्तान में हमारे सिख़ भाइयों को...इन कांग्रेसियों को “शोषित धार्मिक अल्पसंख्यक” का और सबूत चाहिए? राहुल गांधी और प्रियंका गांधी आप के लिए ये सबूत काफ़ी है या और चाहिए?
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी कहा है कि पाकिस्तान में ननकाना साहेब पर हमला हुआ और यहां पाक का विरोध के बजाए जिनपे पाकिस्तान में अत्याचार हुए उनको वापिस लेने का विरोध हो रहा है। कहां गए राहुल के पाक ब्रांड अम्बेसडर सिद्दू,टुकड़े-टुकड़े गैंग व विपक्ष,सब चुप। क्या मोदी इनका दर्द न सुनें,क्या इन्हें नागरिकता न मिले?
बीजेपी नेताओ को जवाब देते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया और कहा,''ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हुआ हमला मानवता के आदर्शों एवं धार्मिक मूल्यों को शर्मसार करने वाली घटना है। इस हमले के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान की सरकार जिम्मेदार है। इस घटना की हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।'' उन्होंने कहा, ''पाकिस्तान की सरकार ननकाना साहिब की सुरक्षा सुनिश्चित करे।''
ज्ञात हो कि इस्लामाबाद से शाह जमाल पाकिस्तान के सैकड़ों कट्टरपंथी मुस्लिमों ने शुक्रवार की शाम सिखों के पवित्र धर्मस्थल ननकाना साहिब गुरुद्वारे को घेरकर पथराव किया। प्रदर्शनकारियों ने सिखों को भगाने और ननकाना साहिब का नाम बदलने की धमकी भी दी। घटना पर भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से नाराजगी जाहिर करने के बाद मामले में पाकिस्तानी सरकार ने हस्तक्षेप किया। इमरान सरकार के अफसरों ने प्रदर्शनकारियों से समझौता कर गुरुद्वारे के बाहर से भीड़ हटाई और 35 सिख श्रद्धालुओं को सही सलामत बाहर निकाला।
वास्तव में करतारपुर कॉरिडोर के उद्धाटन यानी 9 नवंबर से चार दिन पहले ननकाना साहिब गुरुद्वारे के ग्रंथी की बेटी को मोहम्मद हसन नाम के मुस्लिम युवक ने अगवा कर धर्म परिवर्तन कराया और फिर उससे निकाह कर लिया। तब लड़की के पिता ने करतारपुर में धरना देने की चेतावनी दी। इसके कारण पुलिस ने लड़की को वापस पिता के पास भिजवा दिया।
गौरतलब है कि मुस्लिम लड़का रईस परिवार से है। लिहाजा,बाद में कुछ लोगों ने उसकी ताकत पर सवाल उठाए। कहा कि कैसे बंदे हो जो लड़की चली गई। इसके बाद उस युवक ने दोबारा लड़की को अगवा कर लिया। विरोध में सिखों ने प्रदर्शन किया,जिसे स्थानीय मुसलमानों ने समुदाय के खिलाफ मान लिया। इसी वजह से गुरुद्वारा साहिब पर पथराव किया गया।
सिख समुदाय के प्रदर्शन के बाद लड़की को अगवा करने वाले हसन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। लेकिन शुक्रवार को प्रदर्शन के बाद देर रात उसे रिहा कर दिया गया। भीड़ ने कहा कि मर्जी से इस्लाम कबूलकर शादी करने वाली लड़कियों को लेकर सिख समुदाय बेवजह हंगामा खड़ा करता है। प्रदर्शनकारियों ने सिखों को भगाने,गुरुद्वारा ढहाने और शहर का नाम बदलकर गुलाम अली मुस्तफा रखने की धमकी भी दी।
भारत सरकार ने भी गुरुद्वारे में तोड़फोड़ की निंदा करते हुए कहा, पाकिस्तान,सिखों की सुरक्षा के लिए तत्काल जरूरी कदम उठाए। उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई हो। इधर,एसजीपीसी प्रधान भाई लोंगोवाल ने कहा कि समूचा सिख पंथ पाक में सिखों के साथ है। भारत ही नहीं ब्रिटेन में लेबर पार्टी की सांसद प्रीत कौर गिल ने प्रधानमंत्री इमरान खान से सवाल करते हुए कहा, यह चिंता की बात है,आखिर क्यों पाकिस्तान में सिख समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है?
Comments (0)