खत्म हो जाएगा यूक्रेन से कीव : पुतिन, व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन को दी धमकी,
रूस के राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन को धमकी दी है कि अगर इसी तरह वह दुनियाभर के देशों को लामबंद करके रूस पर प्रतिबंध लगवाता रहा तो कीव का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि यूक्रेन की तरफ से मारियुपोल में भी सीजफायर तोड़ा गया है। बता दें कि रूस ने यूक्रेन के दो शहरों में कल सीजफायर घोषित किया था जिससे कि यहां से आम नागरिक निकल सकें।
रूस के राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन को धमकी दी है कि अगर इसी तरह वह दुनियाभर के देशों को लामबंद करके रूस पर प्रतिबंध लगवाता रहा तो कीव का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि यूक्रेन की तरफ से मारियुपोल में भी सीजफायर तोड़ा गया है। बता दें कि रूस ने यूक्रेन के दो शहरों में कल सीजफायर घोषित किया था जिससे कि यहां से आम नागरिक निकल सकें।
हथियार उठाने को तैयार हैं यूक्रेनी:
बता दें कि 10 दिन से लगातार जारी युद्ध और रूस के तेज हमलों के बीच अब तक 14 लाख से ज्यादा यूक्रेनी लोग देश छोड़ चुके हैं। रात के समय रूस की सेनाओं ने भी मारियुपोल में जमकर बमबारी की। इसमें बहुत सारे लोगों की जान चली गई। वहीं यूक्रेन में लोग आर्मी जॉइन करने के लिए तैयार हो गए हैं। 18 साल से 60 साल तक के लोग रूस के खिलाफ हथियार उठाने को तैयार हैं।
पुतिन यूक्रेन को बता रहे युद्ध का जिम्मेदार:
रूस का कहना है कि इस युद्ध के लिए यूक्रेन का नेतृत्व जिम्मेदार है। उन्होंने कहा, अगर जेलेंस्की इसी तरह का काम करते रहे तो यूक्रेन के अस्तित्व के लिए संकट खड़ा हो जाएगा। इसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदार यूक्रेन की सरकार होगी। पुतिन ने पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों को लेकर कहा कि इस तरह के सैंक्शन से ये देश युद्ध की घोषणा कर रहे हैं।
बता दें कि रूस में कई कंपनियों ने भी प्रतिबंध लगा दिए हैं। हाल ही में मास्टरकार्ड और वीजा ने भी अपने ऑपरेशन को देश में रोकने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में रूस की अर्थव्यवस्था को एक और झटका लगा है। यूक्रेन का कहना हैकि रूस की तरफ से बमबारी और एयरस्ट्राइक की वजह से लोग शहर को खाली नहीं कर पा रहे हैं। वहीं रूस का आरोप है कि यूक्रेन उसके प्रयासों पर पानी फेर रहा है।
सोमवार को यूक्रेन और रूस के बीच तीसरे चरण की बातचीत होने जा रही है। इससे पहले बेलारूस की सीमा पर दो बैठकें हो चुकी हैं जिसका कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला। अब यूक्रेन का यह हाल है कि शहरों में लोग पानी और बिजली को तरस रहे हैं। बहुत सारे लोगों की मौत हो रही है। बुजुर्गों और बच्चों के लिए बड़ा खतरा खड़ा हो गया है। अस्पताल बंद हो गए हैं।
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