प्रसिद्ध उद्योगपति बीके बिड़ला का निधन, उद्योग जगत ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
देश के जानेमाने उद्योगपति और कुमार मंगलम बिड़ला के दादा बसंत कुमार (बीके) बिड़ला का मुंबई में निधन हो गया। 99 वर्ष की उम्र में उन्होंने अंतिम सांसें ली। बीके बिड़ला सेंचुरी टेक्सोटाइल्सं एंड इंडस्ट्रीमज के चेयरमैन थे और वह 15 साल की उम्र से ही कारोबार में सक्रिय हो गए थे।
देश के जानेमाने उद्योगपति और कुमार मंगलम बिड़ला के दादा बसंत कुमार (बीके) बिड़ला का मुंबई में निधन हो गया। 99 वर्ष की उम्र में उन्होंने अंतिम सांसें ली। कुमार मंगलम बिड़ला आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन हैं, जो टेलीफोन से लेकर सीमेंट और एल्यूलमिनियम से लेकर टेक्स टाइल के क्षेत्र में सक्रिय है। बीके बिड़ला सेंचुरी टेक्सोटाइल्सं एंड इंडस्ट्रीमज के चेयरमैन थे और वह 15 साल की उम्र से ही कारोबार में सक्रिय हो गए थे। बीके बिड़ला कृष्ण अर्पण चैरिटी ट्रस्ट सहित बीके बिड़ला इंस्टीच्यूट ऑफ इंजीनियरिंग और कई अन्य शैक्षणिक संस्थाओं के चेयरमैन भी थे। साथ ही वे सेंचुरी एंका, सेंचुरी टेक्सटाइल्स, जय श्री टी और बीके बिड़ला फाउडेंशन जैसी कंपनियों में कई पद संभाल चुके थे।
12 जनवरी 1921 में जन्मे बीके बिड़ला का पूरा नाम बसंत कुमार बिड़ला था। वे घनश्याम दास बिड़ला के सबसे छोटे बेटे थे। 15 साल की उम्र में ही वे कारोबार से जुड़ गये थे। उन्होंने काफी मेहनत से काम किया। कई कंपनियों के साथ जुड़ते गए और केसोराम इंडस्ट्रीज के चेयरमैन बने। इस पद पर रहते हुए उन्होंने कॉटन और पॉलिस्टर उद्योग को स्थापित किया, साथ ही सीमेंट उद्योग को खड़ा किया।
बीके बिड़ला का विवाह 1941 में सरला से हुआ। वे प्रसिद्ध एक्टिविस्ट और लेखक ब्रिजलाल बियानी की बेटी थीं। इनके तीन बच्चे हैं। एक बेटा और दो बेटी। बेटे का नाम आदित्य विक्रम बिड़ला और जयाश्री मोहता और मंजूश्री खेतान है। बीके बिड़ला ने एक बार कहा था मैं 90 साल की उम्र में रिटायर होना चाहता हूं। बीके बिड़ला चाहते थे कि उनकी सभी कंपनियों की चेयरमैनशिप उनके पोते कुमार मंगलम बिड़ला ले ले। लेकिन कुमार मंगलम बिड़ला ने उनसे उनके पद पर बने रहने के लिए कहा था।
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