Corona Update : लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों को बड़ी राहत,झारखंड के 1200 मजदूरों को लेकर तेलंगाना से स्पेशल ट्रेन हुई रवाना, रात 11 बजे पहुंचेगी हटिया

देशव्यापी लॉकडाउन के बीच प्रवासी मजदूरों के लिए राहत भरी खबर आई है। भारतीय रेलवे ने देश के कोने-कोने में फंसे लाखों मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए ट्रेन चला दी है। 1200 मजदूरों को लेकर तेलंगाना से झारखंड के लिए पहली स्पेशल ट्रेन शुक्रवार को रवाना हुई है। यह ट्रेन लिंगमपल्ली से सुबह 4:50 बजे रवाना हुई। यह झारखंड के हटिया रात 11 बजे पहुंचेगी।

Corona Update : लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों को बड़ी राहत,झारखंड के 1200 मजदूरों को लेकर तेलंगाना से स्पेशल ट्रेन हुई रवाना, रात 11 बजे पहुंचेगी हटिया
Pic of Officials at Tingampalli Station Telangana
Corona Update : लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों को बड़ी राहत,झारखंड के 1200 मजदूरों को लेकर तेलंगाना से स्पेशल ट्रेन हुई रवाना, रात 11 बजे पहुंचेगी हटिया
Corona Update : लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों को बड़ी राहत,झारखंड के 1200 मजदूरों को लेकर तेलंगाना से स्पेशल ट्रेन हुई रवाना, रात 11 बजे पहुंचेगी हटिया

देशव्यापी लॉकडाउन के बीच प्रवासी मजदूरों के लिए राहत भरी खबर आई है। भारतीय रेलवे ने देश के कोने-कोने में फंसे लाखों मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए ट्रेन चला दी है। 1200 मजदूरों को लेकर तेलंगाना से झारखंड के लिए पहली स्पेशल ट्रेन शुक्रवार को रवाना हुई है। यह ट्रेन लिंगमपल्ली से सुबह 4:50 बजे रवाना हुई। यह झारखंड के हटिया रात 11 बजे पहुंचेगी। झारखंड जा रहे इन मजदूरों को भेजने में क्वारैंटाइन से लेकर सभी जरूरी दिशा-निर्देशों का पालन किया गया है।

झारखंड के मजदूरों के लिए ट्रेन चलाए जाने के बाद बिहार के अलग-अलग प्रदेशों में फंसे मजदूरों को भी उम्मीद है कि उनके लिए भी रेलवे ट्रेन चलाएगा, हालांकि पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि बिहार के लिए ट्रेन चलाने के लिए अभी कोई तैयारी नहीं है।

बिहार के लिए प्रवासी मजदूरों या छात्रों को लाने के लिए कोई ट्रेन चलेगी या नहीं, इसकी कोई सूचना फिलहाल नहीं है। ज्ञात हो कि बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने गुरुवार को केंद्र सरकार से अपने प्रवासियों को वापस लाने के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की गुहार भी लगाई थी।

सुशील मोदी ने ट्वीट किया था, 'मैं विशेष ट्रेन से प्रवासियों की घर वापसी के लिए भारत सरकार से अपील करता हूं।'  सुशील मोदी बताया कि बाहर फंसे 17 लाख मजदूरों को राज्य सरकार ने सहायता राशि भेजी है। यह संख्या केवल मजदूरों की है। 28 लाख लोगों ने इसके लिए आवेदन किया है। इसके अलावा 5-7 लाख छात्र और अन्य लोग बढ़ सकते हैं। बिहार के 30 लाख लोग दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं।

गौरतलब है कि अलग-अलग राज्यों में फंसे मजदूरों, पर्यटकों, छात्रों और श्रद्धालुओं को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए पंजाब, महाराष्ट्र, बिहार समेत तमाम राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने स्पेशल ट्रेनें चलाने की मांग की है। मुख्यमंत्रियों ने कहा कि संक्रमण फैलने के डर से लाखों लोगों को बसों में लेकर आना मुश्किल है।

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टर अमरिंदर सिंह ने कहा कि लाखों लोगों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए केंद्र को ट्रेनें चलानी होंगी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पहले ही यह मांग कर चुके हैं। इसके अलावा तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केरल के मुख्यमंत्री पी.विजयन ने भी यह मांग उठाई है। अशोक गहलोत ने तो प्रवासियों की घर वापसी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी भी लिखी है।