Corona Update : भारतीय रेलवे प्रवासी मजदूरों के लिए चलाएगी और स्पेशल ट्रेन,प्रधानमंत्री के साथ हुई उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया फैसला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साथ हुई उच्चस्तरीय बैठ के दौरान कोरोना महामारी और लॉकडाउन के अलावा रेल और हवाई यात्रा शुरू करने पर भी चर्चा हुई। उसी बैठक में प्रवासी मजदूरों के लिए और ट्रेन चलाए जाने का निर्णय लिया गया है। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रेल मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय विमानन मंत्री हरदीप पुरी, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल विपिन रावत और कैबिनेट सचिव राजीव गाबा भी मौजूद रहे।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने देशव्यापी लॉकडाउन में फंसे मजदूरों की घर वापसी के लिए बड़ा फैसला किया है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक के बाद गृह मंत्रालय ने रेलवे को मजदूरों के लिए और ट्रेन चलाने की मंजूरी दे दी है। यह बैठक इसलिए भी अहम है क्योंकि आज से दो दिन बाद यानी 3 मई को लॉकडाउन के दूसरे चरण की अवधि भी खत्म हो रही है।
बैठक के बाद सरकार की ओर से सभी रेलवे जोन के महाप्रबंधकों को राज्यों के मुख्य सचिवों से संपर्क कर ट्रेनें चलाने की योजना बनाने के लिए कहा गया है। महाप्रबंधकों और मुख्य सचिवों को अपने स्तर पर निर्णय लेने और परस्पर कोऑर्डिनेट करने की स्वतंत्रता दी गई है। सरकार के इस निर्णय के बाद अब एक और ट्रेन केरल से ओडिशा के लिए चलाई जाएगी।
यह स्पेशल ट्रेन केरल के एर्नाकुलम से ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के लिए चलाई जाएगी। इस ट्रेन में करीब 1000 मजदूरों को बैठने की अनुमति होगी। ओडिशा सरकार की अपील के बाद रेल मंत्रालय ने इस स्पेशल ट्रेन को चलाने की अनुमति दी है। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन, स्क्रीनिंग, क्वारनटीन जैसे नियमों का पालन करना होगा।
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साथ हुई उच्चस्तरीय बैठ के दौरान कोरोना महामारी और लॉकडाउन के अलावा रेल और हवाई यात्रा शुरू करने पर भी चर्चा हुई। उसी बैठक में प्रवासी मजदूरों के लिए और ट्रेन चलाए जाने का निर्णय लिया गया है। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रेल मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय विमानन मंत्री हरदीप पुरी, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल विपिन रावत और कैबिनेट सचिव राजीव गाबा भी मौजूद रहे।
दरअसल, लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए लाखों प्रवासी मजदूरों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य लोगों को बुधवार को कुछ शर्तों के साथ उनके गंतव्यों तक जाने की अनुमति दी है। प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए तेलंगाना में लिंगमपल्ली से झारखंड के हटिया तक 1200 प्रवासियों को ले जाने वाली पहली ट्रेन शुक्रवार सुबह 4:50 बजे चली। 24 कोच की ट्रेन आज रात 11 बजे झारखंड के हटिया पहुंचेगी।
सरकारी दिशानिर्देशों के अनुसार क्वारंटीन आदि सहित सभी उचित प्रक्रिया का पालन किया जाएगा। लिंगमपल्ली (हैदराबाद) से हटिया (झारखंड) तक जो विशेष ट्रेन चलाई गई वो तेलंगाना सरकार के अनुरोध पर और रेल मंत्रालय के निर्देशानुसार चलाई गई है।
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