कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी ही सरकार पर खड़े किए सवाल,भिंड में लगे उनके पोस्टर पर भी मचा है बवाल
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि किसानों का दो लाख तक का कर्ज माफ होना चाहिए। भिंड में लोगों को संबोधित करते हुए सिंधिया ने कहा कि किसानों का कर्ज पूरी तरह से माफ नहीं किया गया है। केवल 50 हजार रुपये का कर्ज माफ किया गया है,जबकि चुनाव के दौरान कहा गया था कि दो लाख तक का कर्ज माफ किया जाएगा,लिहाजा किसानों के दो लाख रुपये तक के कर्ज को माफ किया जाना चाहिए।
कांग्रेस के बुरे दिन खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं। कांग्रेस नेताओं के बीच का अंतरकलह भी अब खुलकर सामने आने लगा है। विपक्षी दलों के नेता तो दूर अब कांग्रेस नेता भी अपनी ही पार्टी और अपनी ही सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहे हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किसानों की कर्जमाफी को लेकर मध्यप्रदेश की कमलनाथ पर सवाल खड़े किए हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि किसानों का दो लाख तक का कर्ज माफ होना चाहिए। भिंड में लोगों को संबोधित करते हुए सिंधिया ने कहा कि किसानों का कर्ज पूरी तरह से माफ नहीं किया गया है। केवल 50 हजार रुपये का कर्ज माफ किया गया है,जबकि चुनाव के दौरान कहा गया था कि दो लाख तक का कर्ज माफ किया जाएगा,लिहाजा किसानों के दो लाख रुपये तक के कर्ज को माफ किया जाना चाहिए।
इस बीच भिंड में ही ज्योतिरादित्य सिंधिया का एक पोस्टर लगाया गया है, जिसमें वह प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ नजर आ रहे हैं। इस पोस्टर में सिंधिया जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को निष्प्रभावी करने के सरकार के फैसले का समर्थन कर रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के भिंड जिला समन्वयक ने यह पोस्टर लगाया। इस पोस्टर को लेकर भी दिल्ली से लेकर भोपाल तक में कई सवाल खड़े किए जा रहे हैं। इस पोस्टर के बाद से ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। लेकिन न तो कांग्रेस की ओर से और ना ही ज्योतिरादित्य सिंधिया की ओर से इस पर कोई बयान आया है।
दरअसल,यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस के अंदर ही कर्जमाफी को लेकर सवाल उठे हों। इससे पहले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह भी कमलनाथ सरकार की इस योजना पर सवाल उठा चुके हैं। उन्होंने किसानों की पूरी तरह से कर्जमाफी न होने पर राहुल गांधी को जनता से माफी मांगने तक के लिए कह दिया था।
कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह ने कहा था, 'हम राज्य में किसानों से किया कर्जमाफी का वादा पूरा करने में सफल नहीं रहे हैं। राहुल गांधी को किसानों से माफी मांगनी चाहिए और उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि कर्जमाफी में कितना समय लगेगा। इससे उन किसानों के बीच अच्छा संदेश जाएगा जो नाराज हैं।'
आपको बताते चलें कि मध्यप्रदेश में पिछले साल कांग्रेस किसानों की कर्जमाफी का वादा करके सत्ता में आई थी। सरकार ने कर्जमाफी के तहत कुछ किसानों का कर्ज माफ किया है। लेकिन कितनों को इस योजना का फायदा असल में मिला इसके आंकड़े स्पष्ट नहीं हैं। राज्य के किसानों की एक बड़ी संख्या अब भी इस योजना से अछूती है। यही कारण है कि उसके अंदर कमलनाथ सरकार के प्रति नाराजगी है।
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