जानिए, कैसे दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को ले डूबा शाहीन बाग प्रदर्शन? बीजेपी और आम आदमी पार्टी को हुआ फायदा?
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सुधरे प्रदर्शन की वजह भले ही नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शाहीन बाग के जारी प्रदर्शन हो। लेकिन इसका फायदा आम आदमी पार्टी को भी मिला है। हालांकि,पूरे चुनाव प्रचार के दौरान दोनों दलों के मुकाबले कहीं नहीं दिखाई दी कांग्रेस का बंटाधार हुआ है। अब तक के रुझानों में कांग्रेस को किसी भी सीट पर जीत नहीं मिल रही है। शाहीन बाग प्रदर्शन से सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को ही हुआ है।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। रुझानों में अरविंद केजरीवाल की सत्ताधारी पार्टी 64 से अधिक सीटों पर आगे चल रही है। आम आदमी पार्टी की इस जीत के पीछे कई वजहें हैं, जिसमें शाहीन बाग का प्रदर्शन भी शामिल है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सुधरे प्रदर्शन की वजह भले ही नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शाहीन बाग के जारी प्रदर्शन हो। लेकिन इसका फायदा आम आदमी पार्टी को भी मिला है। हालांकि,पूरे चुनाव प्रचार के दौरान दोनों दलों के मुकाबले कहीं नहीं दिखाई दी कांग्रेस का बंटाधार हुआ है। अब तक के रुझानों में कांग्रेस को किसी भी सीट पर जीत नहीं मिल रही है। शाहीन बाग प्रदर्शन से सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को ही हुआ है।
दरअसल, बीजेपी ने जब आक्रामक चुनाव प्रचार में शाहीन बाग के मुद्दे को जोरशोर से उठाया, तो उसके बाद से ही अल्पसंख्यक मतदाता नहीं बंटे और एकजुट होकर आम आदमी पार्टी को मतदान कर गए। आमूमन अल्पसंख्यक मत कांग्रेस को मिलते रहे हैं, लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी ने इन वोटों में सेंध लगा दी।
चुनाव आयोग के अनुसार इस चुनाव में आम आदमी पार्टी को तकरीबन 54 फीसदी वोट मिल रहे हैं। पार्टी को कुछ सीटों का नुकसान जरूर हुआ है। पिछले 2015 विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए 67 सीटें जीती थीं।
अगर बात बीजेपी की करें,तो बीजेपी को लगभग 39 फीसदी वोट मिलते दिख रहे हैं। पिछले चुनाव में बीजेपी को 33 फीसदी के करीब वोट मिले थे। इस हिसाब से बीजेपी के वोट प्रतिशत में 6 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। इस बढ़ोतरी के पीछे शाहीन बाग के मुद्दे को उठाना माना जा रहा है। पार्टी की सीटें भी पिछली बार तीन के मुकाबले बढ़कर 6 के आसपास हो रही हैं। कांग्रेस के वोट पिछली बार से और घट गए हैं। पिछली बार कांग्रेस को 9.65 फीसदी मत मिले थे। इस बार घटकर 4 फीसदी के करीब आ गया है।
ज्ञात हो कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में लड़ाई से लगभग बाहर दिख रही बीजेपी ने आखिरी समय में शाहीन बाग के प्रदर्शन का मुद्दा उठाकर टक्कर लेने की कोशिश की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी से लेकर पार्टी के तमाम नेताओं ने अपनी रैलियों में शाहीन बाग के प्रदर्शन का जिक्र किया।
बीजेपी ने पूरे चुनाव के दौरान इसे अहम मुद्दा बनाया। इसका फायदा भी बीजेपी को हुआ। हालांकि, यह मुद्दा बीजेपी को इतना फायदा नहीं पहुंचा सका कि पार्टी सरकार बनाने की स्थिति में आ जाए। लेकिन यह जरूर है कि शुरुआती समय में पूरी तरह से एक तरफा जा रहा चुनाव आखिरी वक्त में टक्कर में आ गया।
आपको बताते चलें कि दिल्ली के शाहीन बाग में पिछले दो हीने से विरोध प्रदर्शन जारी है। यह प्रदर्शन संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ चल रहा है। प्रदर्शन को लेकर देश की सर्वोचिच अदालत में याचिका भी दायर की गई है। याचिका पर सुनवाई करते हुए अदालत ने सोमवार को ही कहा कि प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारी सड़कों को ब्लॉक करके लोगों के लिए असुविधा पैदा नहीं कर सकते। कोर्ट ने पुलिस, केंद्र और केंद्र और दिल्ली सरकार को भी नोटिस जारी किया है।
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