बिहार में आफत की बारिश, NCMC ने कैबिनेट सचिव के साथ की समीक्षा, पीएम मोदी बाढ़ प्रभावित बिहार को देंगे हर संभव मदद
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति यानी एनसीएमसी ने मंगलवार को कैबिनेट सचिव राजीव गाबा की अध्य8क्षता में बैठक कर बिहार में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की। बिहार सरकार ने बैठक में जानकारी दी कि भारी वर्षा और नदियों का जलस्तेर बढ़ने के कारण राज्यी के 16 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। राज्य में सरकारी तंत्र द्वारा व्यापक स्तणर पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और राहत अभियान चलाया जा रहा है।
बिहार में बारिश का कहर जारी है। कुछ एक जिलों को छोड़ दें, तो भी राज्य के ज्यादातर जिलों में अभी भी आफत की बारिश जारी है। राज्य की राजधानी पटना की हालत सबसे ज्यादा खराब है। बारिश और बाढ़ के पानी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। घर, ऑफिस, स्कूल, कॉलेज, एयरपोर्ट, बस पड़ाव सभी पानी में डूबे हुए हैं। आफत की बारिश ने लाखों एकड़ में लगी फसल को बर्बाद कर दिया है। बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में अबतक 48 लोगों की मौत चुकी है और दस से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति यानी एनसीएमसी ने मंगलवार को कैबिनेट सचिव राजीव गाबा की अध्य8क्षता में बैठक कर बिहार में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की। बिहार सरकार ने बैठक में जानकारी दी कि भारी वर्षा और नदियों का जलस्तेर बढ़ने के कारण राज्यी के 16 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। राज्य में सरकारी तंत्र द्वारा व्यापक स्तणर पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और राहत अभियान चलाया जा रहा है।
कैबिनेट सचिव ने बैठक में बाढ़ की ताजा स्थिति के साथ ही इससे निबटने की तैयारियों तथा राहत और बचाव कार्यों की भी समीक्षा की. उन्होंथने इन कार्यों में राज्या सरकार की ओर से मांगी गयी मदद के अनुरूप संबंधित अधिकारियों को आवश्य्क निर्देश भी दिये. बैठक में गृह, रक्षा, कोयला तथा जलशक्ति मंत्रालय, एनडीएमए, एनडीआरएफ, आईएमडी और केंद्रीय जल आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया. इसके अलावा राज्य, सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने वीडियो कान्फ्रें सिंग के जरिए इसमें हिस्सार लिया।
एनडीआरएफ और अन्य केंद्रीय एजेंसियों द्वारा इसमें पूरी मदद दी जा रही है। एनडीआरएफ की 20 टीमें राज्य में तैनात की गयी हैं। इनमें से अकेले पटना में छह टीमें पूरी मुस्तैदी से राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। जहां पिछले तीन दिनों में बहुत ज्यानदा बारिश के कारण जलभराव की स्थिति है। राहत और बचाव कार्य में वायुसेना के दो हेलिकॉप्टारों को लगाया गया है। कोयला मंत्रालय की ओर से चार हेवी ड्यूटी पंप उपलब्ध कराए गए हैं। इन पंपों के जरिए जलभराव वाले इलाकों से प्रति मिनट तीन हजार गैलन पानी निकाला जा सकेगा।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल करने के प्रयास भी किए जा रहे हैं और साथ ही खाने और पीने के पानी जैसी जरूरी वस्तुीओं की आपूर्ति भी की जा रही है। बिहार में एक ओर जहां केंद्रीय मंत्रालयों की टीमों द्वारा राज्यी में बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लिया जा चुका है, वहीं ये टीमें एक बार फिर बाढ़ की ताजा स्थिति की समीक्षा के लिए राज्यस का दौरा कर सकती हैं।
आपको बताते चलें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बाढ़ के हालात पर बात की है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि प्रभावित लोगों की सहायता के लिए एजेंसियां स्थानीय प्रशासन के साथ काम कर रही हैं। केंद्र हरसंभव सहायता देने के लिए तैयार है।
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