बिहार सरकार की बैठकों में अब नहीं मिलेंगे पेस्ट्री-बर्गर, भूंजा और फल खाएंगे मिनिस्टर-अफसर
बिहार में सरकारी बैठकों के दौरान मंत्री से लेकर अधिकारी तक अब भूंजा और फल खाते दिखेंगे। पेस्ट्री, बर्गर,पेटीज और सैंडविच की बजाए मंत्रियों और अधिकारियों को फल, भूंजा, बिस्किट और सरकारी कैंटीन में बनी मिठाई या नमकीन परोसी जाएगी। प्रदेश के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने विभागीय प्रधान सचिवों को इस व्यवस्था का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया। खाने की बर्बादी रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है।
बिहार में सरकारी बैठकों के दौरान मंत्री से लेकर अधिकारी तक अब भूंजा और फल खाते दिखेंगे। सरकार ने बैठकों में रेस्टोरेंट के महंगे नाश्ते और जंक फूड के साथ-साथ प्लास्टिक बोतल वाले पानी के उपयोग पर भी रोक लगा दी है। खाने की बर्बादी रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। पेस्ट्री, बर्गर,पेटीज और सैंडविच की बजाए मंत्रियों और अधिकारियों को फल, भूंजा, बिस्किट और सरकारी कैंटीन में बनी मिठाई या नमकीन परोसी जाएगी। प्रदेश के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने विभागीय प्रधान सचिवों को इस व्यवस्था का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया।
मुख्य सचिव ने कहा कि जंक फूड पर रोक लगाने का मकसद खाने की बरबादी पर रोक लगाना है। अमूमन मंत्री या अधिकारी समोसा, लिट्टी या फिर पैटीज आदि खाने से परहेज करते हैं, जबकि बैठकों के दौरान नाश्ते में यही परोसा जाता है,जिससे खाने की बरबादी होती है। ऐसे में आवश्यक है कि भविष्य में जो भी बैठक हो उसमें जंक फूड की जगह मंत्रियों और अधिकारियों को नाश्ते में भूंजा, ताजे फल और मिठाई के साथ बिस्कुट आदि दिए जाएं।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को ये भी निर्देश दिए हैं कि पानी की बड़ी बोतल की खरीद हो और उसे ग्लास में दिया जाए। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि इस आदेश का पालन किया जाए, ताकि खाने-पीने की चीजें बरबाद होने से बचाई जा सकें। बैठक में मुख्यसचिव के साथ ही दूसरे कई विभागों के पदाधिकारी मौजूद रहे।
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