श्रद्धांजलि : नहीं रहे मजदूरों के मसीहा, विधायक राजेंद्र बाबू ने गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में ली अंतिम सांस,बेरमो में शोक की लहर,राहुल गांधी और हेमंत सोरेन ने जताया गहरा दुःख
झारखंड के मजदूरों की प्रखर आवाज और कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता राजेंद्र सिंह अब हम सबके बीच नहीं रहे। गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में उन्होंने रविवार को अंतिम सांस ली। बोरमो से विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह का इलाज के दौरान निधन हो गया। राजेंद्र बाबू पिछले लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बोकारो जिले के बेरमो से विधायक राजेंद्र सिंह 77 वर्ष के थे।
झारखंड के मजदूरों की प्रखर आवाज और कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता राजेंद्र सिंह अब हम सबके बीच नहीं रहे। गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में उन्होंने रविवार को अंतिम सांस ली। बोरमो से विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह का इलाज के दौरान निधन हो गया। राजेंद्र बाबू पिछले लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बोकारो जिले के बेरमो से विधायक राजेंद्र सिंह 77 वर्ष के थे।
राजेंद्र बाबू झारखंड की राजनीति में मजबूत नाम थे। राष्ट्रीय स्तर पर वे मजदूरों के लोकप्रिय नेता थे। ट्रेड यूनियन के लोग उन्हें फायर ब्रांड नेता के तौर पर याद करते हैं। राजेंद्र प्रसाद सिंह के निधन पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गहरा दुख व्यक्त किया है।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, 'झारखंड के वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह जी के निधन की खबर सुनकर दुःख हुआ। दुःख की इस घड़ी में मेरी शोक संवेदनाएं उनके परिवार और प्रियजनों के साथ है।'
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, 'बेरमो से विधायक और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आदरणीय श्री राजेन्द्र सिंह जी के निधन की खबर सुनकर मन आहत है। आज झारखण्ड ने एक कर्मठ नेता और सच्चा सेवक खो दिया। परमात्मा उनकी आत्मा को शांति प्रदान कर परिवारजनों को इस दुःख की घड़ी सहन करने की शक्ति प्रदान करे।'
दरअसल, इस महीने की शुरुआत में अचानक राजेंद्र बाबू की तबीयत बिगड़ गई थी। फेफड़े में इंफेक्शन के बाद उन्हें रांची के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। यहां उनका हालचाल जानने के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी पहुंचे थे। उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए परिजनों ने दिल्ली ले जाने की इच्छा जताई। इसके बाद एयर एम्बुलेंस से उन्हें तत्काल रवाना कर दिया गया।
यहां आने के बाद गुड़गांव स्थित फोर्टिस अस्पातल में उनको भर्ती कराया गया था। इलाज के बाद उनकी हालत में लगातार सुधार हो रहा था। इसी वजह से उन्हें वेंटिलेटर से हटा दिया गया था, लेकिन रविवार को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और उन्होंने दम तोड़ दिया।
आपको बताते चलें कि झारखंड की राजनीति में राजेंद्र प्रसाद सिंह को काफी रसूख वाला नेता माना जाता था। राजेंद्र प्रसाद सिंह झारखंड के उप-मुख्यमंत्री और स्वाेस्य्रण मंत्री भी रह चुके हैं। हालांकि इसके बाद उन्हें चुनाव में हार का भी सामना करना पड़ा था। लेकिन पिछले साल नवंबर-दिसंबर में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में एक बार फिर राजेंद्र सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर बेरमो विधानसभा सीट से जीत हासिल की। वे छठी बार बेरमो विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। राजेंद्र प्रसाद सिंह इंटक के राष्ट्रीय महासचिव भी थे।
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