हरिद्वार कुंभ मेला-2021 के शाही स्नान की तिथियां घोषित,11 मार्च से 27 अप्रैल के बीच होंगे चारों शाही स्नान
कुंभ-2021 के तहत होने वाले शाही स्नान की तिथियां भी घोषित कर दी गई हैं। पहला शाही स्नान 11 मार्च को महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर, जबकि अंतिम शाही स्नान 27 अप्रैल को चैत्र पूर्णिमा पर होगा। चार शाही स्नानों में 11 मार्च 2021 (महाशिवरात्रि), 12 अप्रैल 2021 सोमवती अमावस्या, 14 अप्रैल 2021 बैसाखी कुम्भ स्नान और 27 अप्रैल 2021 चैत्र पूर्णिमा स्नान शामिल है।
भारतीय सनातन संस्कृति में कुंभ का गहन महत्व है। कुंभ केवल स्नान करने अथवा पुण्य अर्जित करने की एक विधि का नाम नहीं है। हिंदू धर्म में इसे एक पवित्र उत्सव माना जाता है। वेदों, पुराणों और विभिन्न धर्म ग्रंथों में भी कुंभ स्नान की महिमा गाई गई है। कुंभ के पावन अवसर पर श्रद्धा, भक्ति और विधि विधान से किया गया भजन,पूजन और स्नान सर्वफलदायी होता है।
साल 2021 में हरि के द्वार यानी हरिद्वार में भव्य कुंभ का आयोजन किया जा रहा है। कुंभ-2021 के तहत होने वाले शाही स्नान की तिथियां भी घोषित कर दी गई हैं। पहला शाही स्नान 11 मार्च को महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर, जबकि अंतिम शाही स्नान 27 अप्रैल को चैत्र पूर्णिमा पर होगा। इसके अलावा श्रीगंगा सभा की सहमति से अन्य पर्व स्नानों की तिथियां भी घोषित हुईं। चार शाही स्नानों में 11 मार्च 2021 (महाशिवरात्रि), 12 अप्रैल 2021 सोमवती अमावस्या, 14 अप्रैल 2021 बैसाखी कुम्भ स्नान और 27 अप्रैल 2021 चैत्र पूर्णिमा स्नान शामिल है।
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में रविवार की शाम कुंभ स्नान को लेकर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी और अन्य संतों के साथ बैठक हुई। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने अन्य अखाड़े के संतों की सहमति से मुख्यमंत्री से शाही स्नान की तिथि घोषित करने को अधिकृत किया। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने शाही स्नान की तिथियों की घोषणा की। तिथियों की घोषणा के उपरांत संत समाज ने समर्थन कर खुशी जताई।
कार्यों में देरी पर संतों की नाराजगी
बैठक में स्थाई प्रकृति के कार्यों में देरी पर संतों ने नाराजगी भी जताई। संतों ने कहा जिस धीमी गति से स्थाई कार्य हो रहे हैं, उससे तय समय पर काम पूरा होने में संकट खड़ा हो सकता है। इस पर मेला अधिकारी दीपक रावत ने कुम्भ कार्यों के प्रगति की जानकारी दी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी कहा कि संतों के आशीर्वाद से काम समय पर पूरा हो जाएगा, अधिकारी इस पर गंभीरता बरतें।
मुख्यमंत्री ने कार्यों में तेजी लाने के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने जल संस्थान के अधिकारियों को सीवर के कार्यों में तेजी लाते हुए निर्धारित समय पर कार्य पूर्ण करने, एनएचएआई को भी कुंभ क्षेत्र में नेशनल हाइवे के कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्यों को दिन रात करते हुए युद्ध स्तर पर पूरा करने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि संतों की सुरक्षा अखाड़ों से लगातार संपर्क कर कुंभ मेले का कार्य किया जाए। मेल क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने का भी निर्देश दिया।
बैठक में 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि हुए शामिल
बैठक में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, विधायक सुरेश राठौर, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरिजी महाराज, रविंद्र पुरीजी महाराज, श्री महंत प्रेम गिरीजी महाराज, श्री महंत धर्म दासजी महाराज,श्रीमहंत राजेंद्र दासजी महाराज, मुखिया मंहत भगत रामजी महाराज, महंत जसविंदर सिंहजी महाराज, श्रीमहंत साधना नंदजी महाराज, मंहत देवेंद्र सिंह शास्त्रीजी महाराज, महंत रामदासजी महाराज समेत सभी 13 अखाड़ो के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
शाही स्नान की तिथियां
पहला शाही स्नान : 11 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व पर
दूसरा शाही स्नान : 12 अप्रैल को सोमवती अमावस्या पर
तीसरा शाही स्नान : 14 अप्रैल को बैसाखी मेष पूर्णिमा पर
चौथा शाही स्नान : 27 अप्रैल को चैत्र पूर्णिमा पर
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