राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बीएसपी प्रमुख मायावती को जवाब,कहा-बच्चों की मौत पर न हो राजनीति,सरकार शिशुओं की मौत पर है संवेदनशील
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोटा के जेके लोन अस्पताल में हुई बीमार शिशुओं की मृत्यु पर सरकार संवेदनशील है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। कोटा के इस अस्पताल में शिशुओं की मृत्यु दर लगातार कम हो रही है। हम आगे इसे और भी कम करने के लिए प्रयास करेंगे। मां और बच्चे स्वस्थ रहें यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
राजस्थान के कोटा में हो रही शिशुओं की मौत का मामला गर्माता जा रहा है। यहां के जेके लोन अस्पताल में मरने वाले शिशुओं की संख्या अब 100 हो गई है। लिहाजा, राज्य सरकार तमाम विपक्षी दलों के निशाने पर है। विपक्षी बीजेपी और बीएसपी अध्यक्ष मायावती के बयानों के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले पर पहली बार प्रतिक्रिया दी है।
अशोक गहलोत ने ट्वीटर के माध्यम से कहा कि कोटा के जेके लोन अस्पताल में हुई बीमार शिशुओं की मृत्यु पर सरकार संवेदनशील है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। कोटा के इस अस्पताल में शिशुओं की मृत्यु दर लगातार कम हो रही है। हम आगे इसे और भी कम करने के लिए प्रयास करेंगे। मां और बच्चे स्वस्थ रहें यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में सर्वप्रथम बच्चों के लिए आईसीयू की स्थापना हमारी सरकार ने 2003 में की थी। कोटा में भी बच्चों के आईसीयू की स्थापना हमने 2011 में की थी। उन्होंने कहा है कि स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार के लिए भारत सरकार के विशेषज्ञ दल का भी स्वागत है। हम उनसे विचार विमर्श और सहयोग से प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं में इम्प्रूवमेंट के लिये तैयार हैं। निरोगी राजस्थान हमारी प्राथमिकता है। मीडिया किसी भी दबाव में आए बिना तथ्य प्रस्तुत करे, स्वागत है।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने इससे पहले कहा है कि वो इससे दुखी हैं, बच्चों को चिकित्सा उपलब्ध कराना उनकी जिम्मेदारी है। कई बच्चे गंभीर हालत में लाए गए थे। बीजेपी चाहे तो ऑडिट कर सकती है,जो भी बच्चे बचने की हालत में थे, हमने उन्हें बचा लिया है।
ज्ञात हो कि मायावती ने कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर यह कहते हुए तंज कसा है कि कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा जिले में हाल ही में लगभग 100 मासूम बच्चों की मौत से माओं का गोद उजड़ना अति-दुःखद व दर्दनाक। तो भी वहां के सीएम श्री गहलोत स्वयं और उनकी सरकार इसके प्रति अभी भी उदासीन, असंवेदनशील व गैर-जिम्मेदार बने हुए हैं,जो अति-निन्दनीय है।
मायावती ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का बिना नाम लिए उन पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के पीड़ित परिवारों से मिलने की तरह ही उन्हें राजस्थान में जाकर उन बच्चों की माताओं से भी मिलना चाहिए, जिनकी गोद अब सुनी हो चुकी है।
गौरतलब है कि 23-24 दिसंबर को 48 घंटे के भीतर अस्पताल में 10 शिशुओं की मौत को लेकर काफी हंगामा हुआ था। बच्चों की मौत पर अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि यहां 2018 में 1,005 शिशुओं की मौत हुई थी और 2019 में उससे कम मौतें हुई हैं। अस्पताल के अधीक्षक के अनुसार अधिकतर शिशुओं की मौत मुख्यत: उनके जन्म के समय उनका वजन कम के कारण हुई है।
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