प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14वें ईस्ट एशिया शिखर सम्मेलन में हुए शामिल,जापान और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्रियों से भी मिले,क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर हुई चर्चा
आरसीईपी का मुख्य उद्देश्य सदस्य देशों के बीच मुक्त व्यापार को बढ़ावा देना है।आरसीईपी में आसियान के 10 देश ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, मलेशिया, म्यांमार, सिंगापुर, थाईलैंड, फिलीपींस, लाओस और वियतनाम और उनके छह एफटीए साझेदार चीन, जापान, भारत, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों थाईलैंड दौरे पर हैं। अपने दौरे के तीसरे दिन उन्होंने 14वें ईस्ट एशिया शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस बैठक का एजेंडा पूर्वी एशियाई देशों के बीच सहयोग की दिशा की समीक्षा करना और क्षेत्रीय-अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करना रहा।
सम्मेलन के दौरान सदस्य देश, जिसमें आसियान के अलावा 6 और देश शामिल हैं, उनके नेता अब तक हुई वार्ता की समीक्षा करेंगे। आरसीईपी का मुख्य उद्देश्य सदस्य देशों के बीच मुक्त व्यापार को बढ़ावा देना है।आरसीईपी में आसियान के 10 देश ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, मलेशिया, म्यांमार, सिंगापुर, थाईलैंड, फिलीपींस, लाओस और वियतनाम और उनके छह एफटीए साझेदार चीन, जापान, भारत, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से मुलाकात की। इस बावत प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया कि जापान के साथ सहयोग को बेहतर करने को लेकर दोनों नेताओं के बीच व्यापाक और सार्थक बातचीत हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मोरिसन और वियनताम के प्रधानमंत्री न्गुयेन जुआन फुक के साथ भी मुलाकात करेंगे।
विदेश मंत्रालय के सचिव विजय ठाकुर सिंह ने कहा था कि भारतीय प्रतिनिधि आरसीईपी व्यापार सौदे से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों को हल करने में जुटे हैं, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह बेहतर और पारदर्शी है। कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जो अभी भी स्पष्ट नही हैं। यह मुद्दे हमारी अर्थव्यवस्था और हमारे लोगों की आजीविका के लिए बेहद जरूरी हैं। वहीं, नरेंद्र मोदी आज रात बैंकॉक से दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
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