जानिए, जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट पर क्यों है इंडियन आर्मी और एयरफोर्स?
जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना, वायुसेना और सुरक्षाबलों की छावनियों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है। यह निर्देश पाकिस्तान की नापाक इरादों और उसकी हरकत को देखते हुए जारी हुए हैं। बताया जा रहा है कि कश्मीर घाटी को अस्थिर करने के पाकिस्तान के प्रयासों के तहत पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों की तरफ से हमले किए जा सकते हैं।
जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना, वायुसेना और सुरक्षाबलों की छावनियों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है। यह निर्देश पाकिस्तान की नापाक इरादों और उसकी हरकत को देखते हुए जारी हुए हैं। आधिकारिक सूत्रों को कहना है कि पाक समर्थित आतंकी संगठन कश्मीर घाटी में हमला कराना चाहते हैं ताकि यहां अव्यवस्था पैदा हो सके। बताया जा रहा है कि कश्मीर घाटी को अस्थिर करने के पाकिस्तान के प्रयासों के तहत पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों की तरफ से हमले किए जा सकते हैं।
जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव ने क्या कहा?
जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने शुक्रवार को श्रीनगर में एक प्रेस कांफ्रेंस कर घाटी के हालातों व अन्य प्रमुख मामलों पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सीमा पार से आतंकवाद को रोकने के लिए सरकार को कुछ निश्चित कदम उठाने की आवश्यकता थी। इस वजह से प्रतिबंध लगाए गए। उन्होंने कहा कि हमारे पास महत्वपूर्ण विश्वसनीय इनपुट थे कि आतंकी संगठन जम्मू-कश्मीर में हमले करने की योजना बना रहे हैं। परिणाम स्वरूप उठाए गए कदमों में लोगों की आवाजाही और दूरसंचार कनेक्टिविटी पर प्रतिबंध लगाए गए थे। साथ ही सभाएं करने, स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने के प्रतिबंध शामिल थे।
सोमवार से चरणबद्ध तरीके से खुलेंगे स्कूल
जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव ने इस बात का ऐलान किया है कि घाटी में धीरे-धीरे स्थिति सामान्य होने लगी है और अगले कुछ दिनों में इंटरनेट और टेलीफोन सेवा बहाल कर दी जाएगी। जबकि, चरणबद्ध तरीके से सोमवार से स्कूल भी खोले जाएंगे।
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