नारी का सम्मान तथा गर्व और गरिमा बनाए रखना हर नागरिक की ज़िम्मेदारी- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश मे उत्सव ही संस्कार, शिक्षा और सामूहिक जीवन का प्रशिक्षण देते हैं। कला, साधना ने उत्सवों को जीवंत किया तभी हमारे यहां रोबोट नहीं मानव पैदा होते हैं। उन्होंने कहा कि शक्ति की साधना, उपासना और आराधना का पर्व नवरात्रि है। नवरात्रि आंतरिक शक्ति को संचित करने और कमज़ोरियों को दूर करने की साधना है। हर मां बेटी का सम्मान, गर्व और गरिमा को बनाए रखना हर नागरिक की ज़िम्मेदारी है।
असत्य पर सत्य की जीत का पावन पर्व देश भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस पावन अवसर पर जगह-जगह रावण, कुंभकर्ण और मोघनाद का पुलता जताया गया। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दिल्ली के द्वारका सेक्टर-10 में 107 फीट के रावण के पुतले का दहन किया। प्रधानमंत्री के साथ दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी और पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा मौजूद रहे।
रावण दहन से पहले प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित किया। जय श्री राम के उद्घोष से अपने भाषण की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री कहा कि शायद ही 365 दिन में कोई एक दिन हो जहां भारत में कोई उत्सव ना मनाया जाता हो। उत्सव हमें जोड़ते हैं, हमें मोड़ते हैं और हम सभी में उमंग भरते हैं। ये हमारे रगों में धड़कता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश मे उत्सव ही संस्कार, शिक्षा और सामूहिक जीवन का प्रशिक्षण देते हैं। कला, साधना ने उत्सवों को जीवंत किया तभी हमारे यहां रोबोट नहीं मानव पैदा होते हैं। उन्होंने कहा कि शक्ति की साधना, उपासना और आराधना का पर्व नवरात्रि है। नवरात्रि आंतरिक शक्ति को संचित करने और कमज़ोरियों को दूर करने की साधना है। हर मां बेटी का सम्मान, गर्व और गरिमा को बनाए रखना हर नागरिक की ज़िम्मेदारी है।
प्रधानमंत्री के दशहरा कार्यक्रम में आने की वजह से सेक्टर 10 रामलीला मैदान और उसके आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। पूरे रामलीला मैदान को छावनी में तब्दील कर दिया गया। यहां सुरक्षा के चार लेयर बनाए गए। इस मौदान में दिल्ली पुलिस, केंद्रीय पुलिस बल और एसपीजी के जवान पूरी तरह से सुरक्षा इंतजाम में तैनात किए गए। प्रधानमंत्री के आने से पहले एसपीजी के जवानों ने पूरे ग्राउंड को अपने जिम्मे लेकर सुरक्षा का जायजा लिया।
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