Corona Update : केंद्र सरकार का कोरोना के खिलाफ सख्त रुख, राज्यों को दिया लॉकडाउन का सख्ती से पालन का निर्देश
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अब सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को दोबारा एडवाइजरी जारी कर लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है। गृह मंत्रालय ने केंद्र की गाइडलाइंस का अपनी मर्जी से उल्लंघन करने वाले आदेशों को तत्काल संशोधित करने के लिए कहा गया है।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अब सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को दोबारा एडवाइजरी जारी कर लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है। गृह मंत्रालय ने केंद्र की गाइडलाइंस का अपनी मर्जी से उल्लंघन करने वाले आदेशों को तत्काल संशोधित करने के लिए कहा गया है।
गृह मंत्रालय ने कुछ राज्य सरकारों को पत्र लिखकर गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करने को कहा है। गृह मंत्रालय की प्रवक्ता पुण्य सलिला श्रीवास्त ने कहा, ‘हमने सभी राज्य सरकारों को पत्र लिखा है कि कोरोना संकट को देखते हुए वो नियमों को सख्त कर सकती हैं, लेकिन इनमें ढिलाई नहीं बरती जाएगी।’
उन्होंने कहा, ‘पत्र लिखना इसलिए जरूरी हो गया था क्योंकि कुछ राज्यों में ऐसी गतिविधियों की अनुमति दी गई थी, जिन्हें शुरू करने की बात गाइनलाइन में नहीं थी। हमने केरल के फैसलों पर चिंता जताई है। राजस्थान में जयपुर, मध्यप्रदेश में इंदौर, महाराष्ट्र में मुंबई और पुणे, बंगाल में कोलकाता और उत्तर 24 परगना जिले में स्थिति गंभीर है। यहां केंद्र की विशेष टीमें दौरा करेंगी। उसके बाद सोशल डिस्टेंसिंग और गरीबों की स्थिति पर रिपोर्ट देंगी।’
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, ‘’बीते 24 घंटे में 2400 से ज्यादा लोग स्वस्थ हुए हैं। 36 की मौत हुई है। मामलों का डबलिंग रेट जो लॉकडाउन से पहले 3.7 था। वह बीते 7 दिन में बढ़कर 7.4 हो गया है। ओडिशा और केरल समेत कई राज्यों में इस मामले में सुधार आया है। हम एक संक्रामक रोग से लड़ रहे हैं। एक भी गलती पूरी मेहनत पर पानी फेर देगी।’
लव अग्रवाल ने कहा, ‘23 राज्यों के 59 जिलों में 14 दिनों से कोई नया मामला सामने नहीं आया है। उत्तराखंड का पौड़ी गढ़वाल देश का तीसरा ऐसा जिला बना है,जहां पिछले 28 दिन से कोई केस नहीं मिला है। गोवा के सभी मरीज डिस्चार्ज हो गए हैं। हमने पहले भी कहा है कि अगर 100 लोगों को संक्रमण हुआ है,तो 80 में लक्षण नहीं दिखते। अगर उनका कभी टेस्ट होता है,तो वे पॉजिटिव आते हैं।’
इंडियन मेडिकल काउंसिल फॉर रिसर्च (आईसीएमआर) के अधिकारी ने कहा, ‘ रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट के नतीजों में थोड़ा बहुत अंतर होता है। ये किट हमारे यहां पहली बार आई हैं। इन्हें सेंसिटिविटी के लेवर पर टेस्ट किया गया था। हमें जानकारी मिली है कि बंगाल में कुछ टेस्टिंग किट ठीक तरह से काम नहीं कर रहे हैं। हमें इस बात का ध्यान रखना है कि इन्हें 20 डिग्री से कम तापमान में स्टोर किया जाए। नहीं तो वह ठीक तरह से काम नहीं करेंगी। एंटीबॉडी टेस्ट 14 दिन के बाद पॉजिटिव आता है। क्योंकि अगर किसी में संक्रमण के लक्षण हैं तो वह पॉजिटिव तो आएगा।’
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