Corona Effect : HUM प्रमुख जीतन राम मांझी ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना,कोरोना संकट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ठहराया जिम्मेदार

हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने कोरोना को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने करोना संकट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराया है। मांझी ने कहा कि 30 जनवरी से पूर्व ही इस बीमारी की जानकारी हो गई थी,लेकिन प्रधानमंत्री,अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आवभगत में लगे हुए थे और अब ट्रंप के स्वागत का इनाम उन्हें धमकी से मिला है।

Corona Effect : HUM प्रमुख जीतन राम मांझी ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना,कोरोना संकट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ठहराया जिम्मेदार
Pic of Prime Minister Narendra Modi and HUM President Jitan Ram Manjhi
Corona Effect : HUM प्रमुख जीतन राम मांझी ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना,कोरोना संकट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ठहराया जिम्मेदार

हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने कोरोना को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने करोना संकट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराया है। मांझी ने कहा कि 30 जनवरी से पूर्व ही इस बीमारी की जानकारी हो गई थी,लेकिन प्रधानमंत्री,अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आवभगत में लगे हुए थे और अब ट्रंप के स्वागत का इनाम उन्हें धमकी से मिला है।

मांझी ने कहा कि इस गलती के लिए मोदी जी को देश से माफी मांगनी चाहिए। अगर प्रधानमंत्री समय रहते कारगर कदम उठा लिए होते तो यह स्थिति उत्पन्न नहीं होती। हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पांडेय के द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से यह भी कहा गया कि अमेरिकी प्रधानमंत्री के द्वारा दिया गया धमकी दुर्भाग्यपूर्ण है और देश को उनकी धमकी में नहीं आना चाहिए। हमारे लिए हमारे देश के नागरिक की सुरक्षा अहम है।

उन्होंने कहा कहा कि पूरे देश के लिए दवा का स्टॉक रखने के बाद ही दूसरे लोगों को दवा देने की बात होनी चाहिए। परंतु 56 इंच सीना दिखाने वाले प्रधानमंत्री अमेरिका की एक ही गीदड़ भभकी में डर कर अपने देश की जनता को संकट में डालते हुए दवा देने को तैयार हो गए।

हम प्रमुख ने कहा कि बिहार सरकार की व्यवस्था सराहनीय है। लेकिन सरकारी तंत्र की कार्यगुजारी संतोषप्रद नहीं है। इस विपदा की घड़ी में भी सरकारी तंत्र के द्वारा कार्य में लापरवाही बरतना अफसोसजनक है। एक तरफ जहां मानवता संकट में है। सरकार उसके लिए अन्य तरह की व्यवस्थाएं कर रही है। वहीं उस व्यवस्था को लागू करने में सरकारी तंत्र विफल साबित हो रहा है।

मांझी ने कहा कि आज भी राज्य के मात्र 20 फीसदी लोगों तक ही सरकारी सेवा पहुंच पा रही है। 80 फीसदी लोग अभी भी वंचित हैं। जनवितरण प्रणाली के दुकानदारों द्वारा अधिक दामों पर खाद्य सामग्रियां की बिक्री की शिकायत मिल रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्यकर्मियों का कार्य सराहनीय है। रात दिन मेहनत करके मानवता को बचाने में लगे हैं। लेकिन अन्य सरकारी तंत्र के द्वारा सरकारी सेवा का दुरुपयोग करना अफसोसजनक है। उन्होंने बिहार सरकार से यह मांग भी की है कि कुछ सीमित क्षेत्रों को छोड़कर जहां पर करोना का प्रभाव नहीं है, उन क्षेत्रों को खोल देना चाहिए।