क्या बदला जा सकता है EVM ?
चुनाव हारने के बाद कुछ नेता EVM को हैक करने का या उसे टेम्पर करने का शिगूफा छोड़ते हैं, ताकि उनके अंध समर्थकों में ये संदेश जाए कि हमारा नेता जीत सकता था, पर धोखाधड़ी के कारण नहीं जीत पाया। लेकिन देश की जनता ने उनके इस प्लान को विफल कर दिया। दरअसल यह संभव है ही नहीं।
चुनाव हारने के बाद कुछ नेता EVM को हैक करने का या उसे टेम्पर करने का शिगूफा छोड़ते हैं, ताकि उनके अंध समर्थकों में ये संदेश जाए कि हमारा नेता जीत सकता था, पर धोखाधड़ी के कारण नहीं जीत पाया। लेकिन देश की जनता ने उनके इस प्लान को विफल कर दिया। दरअसल यह संभव है ही नहीं।
सबसे पहली बात यह है कि EVM में मॉक पोल के बाद उसके कंट्रोल युनिट को ग्रीन स्ट्रेप सील से सील किया जाता है, जिसमें सभी पार्टियों के पोलिंग एजेंट का साइन होता है। फिर उसमें एक स्पेशल टैग लगाया जाता है, उसपर भी सभी पार्टियों के पोलिंग एजेंट का साइन होता है। तब उसे पिंक पेपर सील से सील किया जाता है और उसपर भी सभी पार्टियों के पोलिंग एजेंट का साइन होता है। EVM के सभी पार्ट जैसे कंट्रोल युनिट, बैलेट युनिट और VVPAT पर एड्रेस टैग होता है और उन सभी पर पीठासीन अधिकारी का साइन होता है। अब कोई बता सकता है कि एक-एक EVM मशीन को रिप्लेस करने में कितना समय लगेगा?? और मान लिया कि समय मिल भी गया तो सभी बूथ के सभी पार्टियों के पोलिंग एजेंट का साइन कहां से आएगा??
इसके अलावा सभी बूथ पर जाने वाले EVM मशीन के सभी पार्ट जैसे कंट्रोल युनिट, बैलेट युनिट और VVPAT का नम्बर सभी पार्टियों के इलेक्शन एजेंट को दिया जाता है, उससे भी वे मिलान कर सकते हैं।
जनता को मूर्ख बनाना छोड़िये, अपने नीतियों पर ध्यान दीजिये, क्यों जनता आपको नहीं पसंद करती है?? EVM का रोना रो कर आप मोदी जी और अमित शाह का कुछ भी नहीं बिगाड़ पायेंगे, पर देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आपलोग जरूर बदनाम कर रहे हैं। एक संवैधानिक संस्था पर प्रश्न चिन्ह लगाकर।
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