कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा पत्र,पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ रही कीमतों पर जताई चिंता,कहा-यह सरकार का असंवेदनशील फैसला
देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार 10वें दिन बढ़ोतरी हुई है। अब कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ आवाज उठने लगी हैं। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी को असंवेदनशील करार दिया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि कोरोना वायरस से लोग परेशान हैं ऐसे में तेल के दाम में बढ़ोतरी उचित नहीं है, इसे तुरंत वापस लिया जाए।
देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार 10वें दिन बढ़ोतरी हुई है। अब कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ आवाज उठने लगी हैं। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी को असंवेदनशील करार दिया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि कोरोना वायरस से लोग परेशान हैं ऐसे में तेल के दाम में बढ़ोतरी उचित नहीं है, इसे तुरंत वापस लिया जाए।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी सोमवार को लगातार हो रही बढ़ोतरी को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा था कि क्रोनी कैपिटलिस्ट के फायदे के लिए मिडिल क्लास और गरीबों को भुगतान करना पड़ रहा है। दूसरी ओर कीमत बढ़ोतरी के खिलाफ सीपीएम आज देशव्यापी विरोध प्रदर्शन कर रही है।
सोनिया ने मंगलवार को कहा कि मौजूदा कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई के दौरान भारत को स्वास्थ्य संबंधी, आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। मुझे इस बात की पीड़ा है कि ऐसे मुश्किल समय में सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ाने का असंवेदनशील फैसला लिया।
सोनिया गांधी के मुताबिक ऐसे समय सरकार के इस फैसले का कोई औचित्य समझ नहीं आता जब देश के करोड़ों लोगों की नौकरियां चली गई हैं, उनके सामने जीविका का संकट खड़ा है, छोटे, मध्यम एवं बड़े कारोबार बंद हो रहे हैं और किसानों को भी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है।
सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ाकर 2,60,000 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व जुटाने की कोशिश कर रही है, लेकिन जब प्रधानमंत्री देश के लोगों के आत्मनिर्भर होने की उम्मीद करते हैं तो ऐसे संकट के समय लोगों पर वित्तीय बोझ डालना उचित नहीं है।
सोनिया ने कहा कि अगर आप लोगों के आत्मनिर्भर होने की उम्मीद करते हैं तो आगे बढ़ने के उनके रास्ते में वित्तीय अवरोध मत खड़ा करिए। मैं फिर से कह रही हूं कि जो लोग मुश्किल का सामना कर रहे हैं उनके हाथों में सीधे पैसे दीजिए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि पिछले कुछ दिनों के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में करीब 9 फीसदी की कमी आई, लेकिन सरकार मुश्किल के समय लोगों को इसका लाभ देने के लिए कुछ नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि मैं आपसे आग्रह करती हूं कि बढ़ोतरी को वापस लिया जाए और कच्चे तेल की कम कीमत का लाभ सीधे देश के नागरिकों को दिया जाए।
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