जम्मू-कश्मीर में बिहारियों की हत्या पर बोले सीएम नीतीश, सरकार को सचेत रहने की जरूरत
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जम्मू-कश्मीर में बिहारियों की हुई हत्या को लेकर सोमवार को कहा कि सरकार को पूरी मजबूती और बुलंदी के साथ कार्रवाई करनी चाहिए। ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। सरकार को निरंतर सचेत रहने की भी आवश्यकता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। सीएम नीतीश ने यह भी कहा है कि बाहर से काम करने आए लोगों को टारगेट किया जा रहा है, ऐसा प्रतीत हो रहा है। मुझे उम्मीद है कि ऐसे लोगों को पूरी सुरक्षा सरकार करेगी। इस संबंध में हम लोगों ने वहां की सरकार से बात की है और राज्य के पदाधिकारी निरंतर एक दूसरे के संपर्क में भी है।
बिहारी श्रमिकों की हत्या की जिम्मेदार केंद्र सरकार : तेजस्वी - नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार के दो श्रमिकों को जम्मू और कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा की गई हत्या की घटना के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेवार ठहराया है। उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार ने दावा किया था कि धारा 370 हटने से आतंकवाद का घाटी से अंत हो जाएगा। जदयू ने भी इसका समर्थन किया था। लेकिन अब तो दिख रहा है क्या हकीकत है। उन्होंने न आरोप लगाया है कि राज्य सरकार ने अपने दावे के अनुरूप रोजगार सृजन पर गंभीरता से कुछ किया होता तो बड़ी तादाद में बिहारवासियों को हर वर्ष पलायन के लिए विवश नहीं होना पड़ता। सरकार प्रवासी मजदूर शब्द पर आपत्ति जताती है पर पलायन की विवशता को बिहारवासियों के जीवन से मिटाने का प्रयास नहीं करती है।
सुरक्षा बल हत्या का बदला लेंगे: निखिल आनंद - प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा निर्दोष लोगों की हत्या की घटना र्की ंनदा की है। कहा है कि हमें सौ फीसदी यकीन है कि सुरक्षा बल हमारे बिहारी भाइयों की हत्या का बदला लेंगे।
हत्याओं पर राहुल-प्रियंका मौन क्यों : बीजेपी - प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने आरोप लगाया है कि अपनी अनुभवहीनता और अहंकार के चलते भले राहुल-प्रियंका लोगों के दिल में जगह नहीं बना पाए हों, लेकिन यह लोग मौकापरस्त राजनीति के चैम्पियन जरूर बन चुके हैं। कहा कि भाजपाशासित राज्यों में होने वाले किसी भी अपराध पर इन्हें रुदाली बनने में एक क्षण भी नहीं लगता, लेकिन कश्मीर और दिल्ली बॉर्डर पर हो रही गंभीर घटनाओं व देशविरोधी गतिविधियों पर इनके मुंह से एक शब्द क्यों नहीं निकलता? कहा कि दोनों भाई-बहन दिल्ली बॉर्डर पर हुई दलित सिख लखबीर सिंह की हत्या के तीन दिन बाद भी न तो उनके परिजनों से मिलने पहुंचे हैं और न ही पंजाब की कांग्रेस सरकार ने पीड़ित परिवार के लिए किसी मुआवजे की घोषणा की है।
Comments (0)