महंगी पड़ेगी कॉलिंग: Airtel के बाद अब Vodafone Idea ने दिया प्रीपेड प्लान्स महंगे करने का संकेत

अगर आपक पता चलें की इस साल फिर प्राइवेट टेलिकॉम कंपनियां रिचार्ज प्लान्स महंगे करने वाली हैं तो ये आपके लिए बड़ा झटका होगा। लेकिन ये बात जल्द सच हो सकती है, आखिरी प्रीपेड टैरिफ बढ़ोतरी 2021 के दिसंबर महीने के दौरान हुई थी। उसे ज्यादा समय नहीं हुआ है कि कंपनियां टैरिफ बढ़ोतरी के एक और दौर की बात कर रही हैं। भारती एयरटेल के सीईओ, गोपाल विट्टल, ने एक पोस्ट अर्निंग कॉल में कहा कि 2022 में एक और प्रीपेड टैरिफ बढ़ोतरी की संभावना है। हालांकि, यह अगले तीन से चार महीनों में नहीं होगा, विट्टल ने स्पष्ट किया।

महंगी पड़ेगी कॉलिंग: Airtel के बाद अब Vodafone Idea ने दिया प्रीपेड प्लान्स महंगे करने का संकेत

अगर आपक पता चलें की इस साल फिर प्राइवेट टेलिकॉम कंपनियां रिचार्ज प्लान्स महंगे करने वाली हैं तो ये आपके लिए बड़ा झटका होगा। लेकिन ये बात जल्द सच हो सकती है, आखिरी प्रीपेड टैरिफ बढ़ोतरी 2021 के दिसंबर महीने के दौरान हुई थी। उसे ज्यादा समय नहीं हुआ है कि कंपनियां टैरिफ बढ़ोतरी के एक और दौर की बात कर रही हैं। भारती एयरटेल के सीईओ, गोपाल विट्टल, ने एक पोस्ट अर्निंग कॉल में कहा कि 2022 में एक और प्रीपेड टैरिफ बढ़ोतरी की संभावना है। हालांकि, यह अगले तीन से चार महीनों में नहीं होगा, विट्टल ने स्पष्ट किया।

ध्यान दें कि अब सिर्फ एयरटेल ही नहीं बल्कि वोडाफोन आइडिया (वीआई) भी प्रीपेड टैरिफ बढ़ोतरी के बारे में बात कर रही है। वोडाफोन आइडिया के सीईओ रविंदर टक्कर ने कहा कि कंपनी टैरिफ में बढ़ोतरी करने के लिए दो साल इंतजार नहीं करने वाली है। टक्कर ने कहा था कि Vodafone Idea 2022 में ही टैरिफ में बढ़ोतरी करेगा। लेकिन टेलीकॉम कंपनियां अभी सिम कंसॉलिडेशन को लेकर थोड़ी चिंतित हैं। सिम कंसॉलिडेशन स्तर नीचे जाने के बाद ही वे एक और टैरिफ वृद्धि के लिए जाएंगे।

एयरटेल ने बार-बार व्यक्त किया है कि उसका एवरेज रेवेन्यू पर यूजर (एआरपीयू) लक्ष्य 200 रुपये है जबकि दीर्घकालिक लक्ष्य लगभग 300 रुपये है। विट्टल ने कहा कि 300 रुपये एआरपीयू स्तर तक पहुंचने के बिना, भारती एयरटेल जैसी कंपनी 15% RoCE (रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड) प्राप्त करने में सक्षम नहीं होंगी। टेल्को का ARPU पहले ही टैरिफ बढ़ोतरी के कम प्रभाव से लगभग 10 QoQ से बढ़कर 163 रुपये हो गया था। टैरिफ वृद्धि का पूरा प्रभाव वित्त वर्ष 22 की अंतिम तिमाही के दौरान दिखने की संभावना है।