बीजेपी नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह ने राज्यसभा की सदस्यता से दिया इस्तीफा,सभापति एम. वेंकैया नायडू ने किया स्वीकार,1 अगस्त 2022 तक था कार्यकाल
बीजेपी के वरिष्ठ नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने चौधरी बीरेंद्र सिंह का इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया है। एक आधिकारिक पत्र में मंगलवार को इसकी जानकारी दी गई। बीरेंद्र सिंह 2 अगस्त 2016 को तीसरी बार राज्यसभा के सदस्य बने थे और उनकी सदस्यता 1 अगस्त 2022 को समाप्त होनी थी।
राज्यसभा सांसद और बीजेपी के वरिष्ठ नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने चौधरी बीरेंद्र सिंह का इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया है। एक आधिकारिक पत्र में मंगलवार को इसकी जानकारी दी गई। बीरेंद्र सिंह 2 अगस्त 2016 को तीसरी बार राज्यसभा के सदस्य बने थे और उनकी सदस्यता 1 अगस्त 2022 को समाप्त होनी थी।
चौधरी बीरेंद्र सिंह का इस्तीफा उनके पुत्र बृजेन्द्र सिंह के सांसद बनने के बाद आया है। पूर्व नौकरशाह और बीजेपी नेता बृजेन्द्र सिंह हिसार लोकसभा सीट से सांसद हैं। हरियाणा का प्रतिनिधित्व कर रहे चौधरी बीरेंद्र सिंह सिंह ने 2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी का दामन थामा था।
दरअसल, हरियाणा विधानसभा के चुनाव में चौधरी बीरेंदर सिंह की पत्नी प्रेमलता को उचाना से दोबारा टिकट दिया गया था। उस समय कई नेताओं ने परिवारवाद का आरोप लगाते हुए इसका विरोध किया था। क्योंकि एक ही परिवार से तीन सदस्य विधानसभा, राज्यसभा और लोकसभा में हो जाते।
प्रेमलता को निवर्तमान विधायक होने की वजह से टिकट दिया गया। उन्हें जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के दुष्यंत चौटाला ने 47,452 वोट के अंतर से हराया था। प्रेमलता की करारी हार के बाद बीरेंद्र सिंह ने उपराष्ट्रपति और राज्यसभा सभापति एम वेंकैया नायडू को इस्तीफा सौंप दिया था।
चौधरी बीरेंद्र सिंह ने लोकसभा चुनाव से पहले भी बेटे बृजेंद्र सिंह को टिकट दिलाने के लिए राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उस समय उन्होंने बीजेपी के तत्कालीन अध्यक्ष अमित शाह को अपना इस्तीफा सौंपा था।
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