जानिए, झारखंड के पूर्व खेल मंत्री बंधु तिर्की को एंटी करप्शन ब्यूरो ने क्यों किया गिरफ्तार?
राष्ट्रीय खेल घोटाला मामले में बंधु तिर्की अप्राथमिकी अभियुक्त हैं। उन्होंने गिरफ्तारी से बचने के लिए हाइकोर्ट की शरण ली थी, कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी। इसके बाद एंटी करप्शन ब्यूरो ने कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
झारखंड विकास मोर्चा के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व खेल मंत्री बंधु तिर्की को गिरफ्तार कर लिया गया है। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने बंधु तिर्की को रांची के सिविल कोर्ट परिसर से गिरफ्तार किया। राष्ट्रीय खेल घोटाला मामले में यह तीसरी गिरफ्तारी है। इसके पहले एसएम हाशमी और पीसी मिश्रा को गिरफ्तार किया गया था। एक अन्य आरोपी मधुकांत पाठक ने सरेंडर किया था।
राष्ट्रीय खेल घोटाला मामले में बंधु तिर्की अप्राथमिकी अभियुक्त हैं। उन्होंने गिरफ्तारी से बचने के लिए हाइकोर्ट की शरण ली थी, कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी। इसके बाद एंटी करप्शन ब्यूरो ने कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले निचली अदालत ने भी उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी।
दरअसल, 2007 के राष्ट्रीय खेलों के आयोजन की जिम्मेदारी रांची को मिली थी। आठ से नौ बार तारीखों में बदलाव के बाद 12 से 26 फरवरी 2011 तक खेलों का भव्य आयोजन हुआ। 2008 से 2013-14 तक विभिन्न टेंडरों में हेराफेरी, जरूरत से ज्यादा सामान की खरीद, एल-1 की बजाय दूसरों को और मनमर्जी नामांकन के आधार पर ठेका देना जैसी प्रशासनिक और वित्तीय अनियमितताएं बरती गईं,जिसकी वजह से राज्य सरकार को लगभग 28 करोड़ रुपये की क्षति हुई थी। इस घपले-घोटाले की जांच एसीबी बीते नौ वर्षों से कर रही है।
आपको बताते चलें कि हाल ही में 34वें राष्ट्रीय खेल घोटाले को लेकर झारखंड के पूर्व खेल मंत्री बंधु तिर्की, आयोजन समिति के कार्यकारी अध्यक्ष रहे आरके आनंद समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा चलाने की सरकार ने एसीबी को अनुमति दी थी। मधु कोड़ा सरकार में शिक्षा मंत्री रही बंधु तिर्की को बीते वर्ष दिसंबर महीने में सीबीआई ने उन्हें आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार किया था।
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