Corona Update : क्या केंद्र सरकार देश को तीन जोन में बांटने की कर रही है तैयारी,रेड जोन में किसी के जाने की नहीं होगी इजाजत,ग्रीन जोन वालों को मिलेगी आंशिक आजादी?
देश में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना संक्रमितों की संख्या अब 8356 के पार पहुंच गई है। कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए ज्यादातर राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने प्रधानमंत्री को लॉकडाउन बढ़ाने का दिया है। जिसपर अमल करते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार देश को तीन जोन में बांट सकती है। सरकारी सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार मरीजों की संख्या के आधार पर देश को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में बांटने पर विचार कर रही है।
देश में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना संक्रमितों की संख्या अब 8356 के पार पहुंच गई है। कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए ज्यादातर राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने प्रधानमंत्री को लॉकडाउन बढ़ाने का दिया है। जिसपर अमल करते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार देश को तीन जोन में बांट सकती है। सरकारी सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार मरीजों की संख्या के आधार पर देश को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में बांटने पर विचार कर रही है।
बताया जा रहा है कि जहां सबसे ज्यादा कोरोना के केस आए हैं, उसे रेड जोन में रखा जाएगा। रेड जोन में पूरी तरह लॉकडाउन होगा और इसमें वे इलाके शामिल होंगे जहां संक्रमित लोगों की संख्या बहुत अधिक है। ऑरेंज जोन में वे इलाके या जिले शामिल होंगे, जहां कोरोना के काफी कम मामले सामने आए हैं और पॉजिटिव मामलों की संख्या मे कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। ऑरेंज जोन वाले इलाकों में फसलों को काटने और सीमित पब्लिक ट्रांसपोर्ट की इजाजत दी जा सकती है।
ग्रीन जोन में उन इलाकों को शामिल किया जाएगा जहां कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है। ग्रीन जोन में आने वाले कुछ छोटे उद्योगों को भी खोलने की इजाजत दी जा सकती है,लेकिन कर्मचारियों को कंपनी में ही रहने को कहा जा सकता है। साथ ही उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन करना होगा।
मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में प्रधानमंत्री यह संकेत दे चुके हैं कि कोरोना को लेकर पाबंदियां जारी रहेंगी। हालांकि,उन्होंने कुछ छूट की ओर भी इशारा किया है। उन्होंने कहा, 'पहले हमारा मंत्र था जान है तो जहान है, लेकिन अब मंत्र हो गया है जान भी,जहान भी। जब मैंने राष्ट्र के नाम संदेश दिया था,तो शुरू में बल दिया था कि हर नागरिक की जान बचाने के लिए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंशिंग का पालन बहुत आवश्यक है।
प्रधानमंत्री ने कहा,‘देश के ज्यादातर अधिकतर लोगों ने बात को समझा और घरों में रहकर दायित्व निभाया। मगर अब भारत के उज्ज्वल भविष्य, समृद्ध और स्वस्थ भारत के लिए जान भी जहान भी,दोनों पहलुओं पर ध्यान आवश्यक है। अब देश का प्रत्येक व्यक्ति जान भी और जहान भी,दोनों की चिंता करते हुए अपने दायित्व निभाएगा,सरकार और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करेगा।'
दरअसल,केंद्र सरकार कुछ उद्योग धंधों को छूट दे सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि सरकार ने पहले ही मछली पालन और बिक्री से जुड़ी गतिविधियों को लॉकडाउन से छूट दे दी है। शुक्रवार को केंद्र सरकार ने मछलियां पकड़ने या समुद्री जलीय उद्योग को लॉकडॉउन से छूट देने के लिए आदेश जारी किया। इसके साथ ही मछली बेचने, खरीदने और उनकी पैकेजिंग समेत विभिन्न समुद्री गतिविधियों के लिए छूट मिल गई है।
ज्ञात हो कि फिलहाल देशव्यापी लॉकडाउन को बढ़ाना का फैसला नहीं लिया गया है। लेकिन 14 अप्रैल को खत्म हो रहे लॉकडाउन से पहले ही कई राज्यों ने 30 अप्रैल तक इसकी अवधि बढ़ा दी है। ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, केरल, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र की सरकारों ने 30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाने का ऐलान कर दिया है।
आपको बताते चलें देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के 909 से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं। संक्रमितों की संख्या बढ़कर 8356 हो गई और इस दौरान 34 लोगों की मौत भी हो चुकी है। मरने वालों की संख्या अब 273 हो गई है। अभी तक कोरोना संक्रमित 716 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
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