CBSE 10वीं-12वीं की लंबित परीक्षाओं पर अब 25 जून को होगी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, ICSE बोर्ड भी मानेगा CBSE का फैसला
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्च यानी सीबीएसई की शेष परीक्षाएं 1 जुलाई से कराईं जाए या नहीं इस पर अब 25 जून को सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि सीबीएसई की शेष परीक्षाएं 1 जुलाई से कराईं जाएं या नहीं इस पर फैसला एंडवांस स्टेज की प्रक्रिया में है। इसलिए कोर्ट ने सीबीएसई के निवेदन पर अब सुनवाई को 25 जून दोपहर 2 बजे तक के लिए टाल दिया है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्च यानी सीबीएसई की शेष परीक्षाएं 1 जुलाई से कराईं जाए या नहीं इस पर अब 25 जून को सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि सीबीएसई की शेष परीक्षाएं 1 जुलाई से कराईं जाएं या नहीं इस पर फैसला एंडवांस स्टेज की प्रक्रिया में है। इसलिए कोर्ट ने सीबीएसई के निवेदन पर अब सुनवाई को 25 जून दोपहर 2 बजे तक के लिए टाल दिया है। आईसीएसई ने भी सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दी है कि वो भी सीबीएसई के फैसले को मानेगा।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने सीबीएसई से पिछले सप्ताह कहा था कि वह 10वीं 12वीं की बची परीक्षाएं रद्द करने और इंटरनल असेसमेंट के आधार पर रिजल्ट जारी करने के अनुरोध पर विचार करे। कोर्ट ने सीबीएसई को इसके लिए मंगलवार यानी आज (23 जून) तक का समय दिया था। कोविड-19 महामारी के कारण ये परीक्षाएं स्थगित कर दी गई थीं। बोर्ड ने पिछले सप्ताह अदालत को बताया था कि वह जल्द ही फैसला लेगा।
आपको बताते चलें कि अभिभावकों के एक समूह ने 10वीं और 12वीं कक्षा की बाकी परीक्षाएं 01 से 15 जुलाई तक आयोजित कराने की अधिसूचना को रद्द करने को लेकर याचिका दाखिल की थी। छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन (इंटरनल असेसमेंट) या व्यावहारिक परीक्षाओं के लिए दिए गए अंक के आधार पर अंक प्रदान करने के लिए भी निर्देश देने का अनुरोध किया गया है।
महाराष्ट्र, दिल्ली और ओडिशा की सरकारों ने भी मानव संसाधन विकास मंत्रालय से ऐसा ही अनुरोध किया है। अभिभावकों ने याचिका में कहा है कि कोरोना वायरस के बढ़ रहे मामलों के बीच परीक्षाओं में बैठने पर छात्रों के संक्रमित होने का खतरा रहेगा। अगर सीबीएसई 10वीं 12वीं की शेष परीक्षाएं रद्द करता है तो इंटरनल असेसमेंट के आधार पर छात्रों को ग्रेड दिए जा सकते हैं। यह ग्रेडिंग सिस्टम पूरे देश में लागू होगा। ग्रेड देते समय उन पेपरों में छात्रों का प्रदर्शन देखा जा सकता है,जो हो चुके हैं।
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