बिहार में चमकी बुखार से रोज दम तोड़ रहे हैं मासूम बच्चे, जानिए क्या हैं इसके लक्षण और उपचार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बीमारी को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग इस पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने माना कि स्थानीय स्तर पर जागरूकता के प्रयासों में कमी जरूर रह गयी होगी, जिस पर ज्यादा ध्यान देने की जरुरत हैं  

बिहार में चमकी बुखार से रोज दम तोड़ रहे हैं मासूम बच्चे, जानिए क्या हैं इसके लक्षण और उपचार
रोते-बिलखते मासूम बच्चों के परिवार वाले

बिहार के मुजफ्फरपुर और आस पास के जिले में इन दिनों चमकी बुखार कहर बरपा रहा है। इस खतरनाक बुखार की चपेट में आए अब तक सैकड़ों मासूम अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं, कई मासूम नौनिहालों बच्चों की नाजुक हालत बनी हुई है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हैं। प्रभावित इलाकों में हालत भयावह बनी हुई हैं। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी और चिकित्सकों ने परिजनों के बच्चों का विशेष ख्याल रखने की अपील करते हुए दिन में 2 से 3 बार स्नान कराने की सलाह दी है।

रोते-बिलखते मासूम नौनिहालों के परिवार वाले 

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बीमारी को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग इस पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने माना कि स्थानीय स्तर पर जागरूकता के प्रयासों में कमी जरूर रह गयी होगी, जिस पर ज्यादा ध्यान देने की जरुरत हैं। हर साल इस मौसम में मुजफ्फरपुर और इसके आसपास के क्षेत्रों में फैलने वाली बीमारी का कहर जारी है। इस बीच पीड़ित बच्चों को मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेमोरियल कॉलेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) और केजरीवाल मातृ सदन (अस्पताल) में भर्ती होने का सिलसिला जारी है। यदि आप इस भयंकर बीमारी के खतरे को टालना चाहते हैं तो इसके लक्षण और उपचार के बारे में पूरी जानकारी रखें।

इन तस्वीरों को गौर से देखिए और महसूस कीजिये। ये मासूम नौनिहालों के परिजन है, जिनके नवजात AES (चमकी बुखार/इंसेफ्लाइटिस) के काऱण अकाल मृत्यु को प्राप्त हो रहे हैं। 

 

आइये जाने क्या हैं चमकी बुखार के लक्षण

  • लगातार तेज बुखार चढ़े रहना
  • सुस्ती चढ़ना
  • कमजोरी की वजह से बेहोशी
  • बदन में लगातार ऐंठन होना
  • दांत पर दांत दबाए रहना
  • चिउंटी काटने पर शरीर में कोई गतिविधि न होना

उपचार                                                                                                                                     

चमकी बुखार से पीड़ित इंसान के शरीर में पानी की कमी न होने दें। रात को खाना खाने के बाद हल्का फुल्का मीठा जरूर दें। बच्चों को सिर्फ हेल्दी फूड ही दें। डॉकटर्स का कहना है कि बच्चों को थोड़ी-थोड़ी देर बार तरल पदार्थ देते रहें ताकि उनके शरीर में पानी की कमी न हो। फिलहाल जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। 

सावधानी बरतें और इन बातों का रखें ख़ास ध्यान :-

  • बच्चों को झूठे व सड़े हुए फल न खाने दें
  • गंदगीभरे इलाकों से दूर रखें
  •  पीने का पानी स्वच्छ रखें
  • बच्चों के नाखून न बढ़ने दें
  • बच्चों को उन जगहों पर न जाने दें जहां सूअर रहते हैं
  • खाने से पहले और बाद में साबुन से हाथ धुलवाएं