#Lockdown में बड़ी खबर | प्रवासी #मजदूर और #छात्रों कृपया ध्यान दें
प्रवासी मजदूरों की हो रही है घर वापसी। परदेश में पढ़ने गए छात्रों की हो रही है घर वापसी। लॉकडाउन में फंसे सैलानियों और श्रद्धालुओं की भी हो रही है घर वापसी। केंद्र सरकार ने इन सभी के लिए की है कोरोना श्रमिक स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था। अब उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश और ओडिशा समेत तमाम राज्यों के प्रवासी अपने घरों को जा पा रहे हैं। लेकिन प्रवासियों को सख्त नियमों का पालन करना पड़ा है। मसलन, श्रमिक स्पेशल ट्रेन में वैसे यात्री सफर कर पाएंगे, जिनका रजिस्ट्रेशन हुआ है। यानी प्रवासियों को अपने गृह राज्यव में इसके लिए आवेदन करना होगा। राज्य सरकार संबंधित राज्य में नोडल अधिकारी नियुक्त करेगी। नोडल ऑफिसर जो सूची तैयार करेंगे, वही रेलवे को सौंपी जाएगी। रेलवे उन सभी यात्रियों को सूचना देगा,ताकि समय पर स्टेशन पर लोग पहुंच सके। स्पेशल ट्रेन में सफर करने से पहले प्रवासियों की स्क्रीनिंग की जाएगी, जिसका इंतजाम स्टेशन पर ही होगा। यात्री कोरोना की स्क्रीनिंग में सही पाया जाएगा,तो उसे ट्रेन में बैठने दिया जाएगा। स्पेशल ट्रेन में सफर करने वाले प्रवासी यात्रियों को टिकट लेने की जरूरत नहीं है। उनके गृह राज्यों तक पहुंचाने का किराया रेलवे राज्य सरकारों से वसूलेगा। रेलवे ने स्पष्ट किया है कि यात्रियों को अपने पास से कुछ भी खरीदने की जरूरत नहीं है, उनके खर्च का वहन राज्य सरकारें करेंगी। यानी प्रवासियों की के लिए खाना-पानी का स्टेशन पर ही होगा। अगर आप भी प्रवासी मजदूर हैं और घर वापसी की उम्मीद में हैं तो आपको मास्क अपने साथ हमेशा रखना होगा। बिना मुंह पर मास्क लगाए आप यात्रा नहीं कर सकेंगे। आपको ट्रेन में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी करना होगा। अगर आप ट्रेन में बैठ जाते हैं और सफर शुरू हो जाता है तो बात यहीं खत्म नहीं हो जाती। जब आप अपने गंतव्य स्टेशन पहुंच जाएंगे,तो फिर वहां भी आपकी स्क्रीनिंग की जाएगी। अगर किसी तरह के लक्षण नहीं मिलते हैं,तो आपको सीधा घर भेजा जाएगा। जहां 14 दिन का क्वारंटाइन पूरा करना होगा। अगर किसी तरह की गड़बड़ी दिखी तो आपको नजदिकी अस्पताल भेज दिया जाएगा।
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