चीन से तनाव पर सर्वदलीय बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिए चार सख्त संदेश, कहा-सीमाओं की रक्षा करने में भारतीय सेना पूरी तरह से सक्षम, डिफेंस के लिहाज से भी हम काफी मजबूत
भारत और चीन की सीमा पर दोनों देशों की सेना के बीच हुई झड़प के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई,जिसके जरिए प्रधानमंत्री ने आश्वस्त किया कि सीमाओं की रक्षा करने में सेना पूरी तरह से सक्षम है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने ने चीन को भी करारा जवाब दिया है। प्रधानमंत्री ने सर्वदलीय बैठक के बाद चीन को चार कड़े संदेश दे दिए है।
भारत और चीन की सीमा पर दोनों देशों की सेना के बीच हुई झड़प के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई,जिसके जरिए प्रधानमंत्री ने आश्वस्त किया कि सीमाओं की रक्षा करने में सेना पूरी तरह से सक्षम है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने ने चीन को भी करारा जवाब दिया है। प्रधानमंत्री ने सर्वदलीय बैठक के बाद चीन को चार कड़े संदेश दे दिए है।
प्रधानमंत्री का पहला संदेश
अपने पहले संदेश में प्रधानमंत्री ने भारत की तरफ आंख उठाकर देखने वालों को सबक सिखाने की बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि न तो वहां कोई हमारी सीमा में घुसा हुआ है और न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में है. लद्दाख में हमारे 20 जांबाज शहीद हुए लेकिन जिन्होंने भारत माता की तरफ आंख उठाकर देखा था, उन्हें वो सबक सिखाकर गए।
प्रधानमंत्री का दूसरा संदेश
दूसरे संदेश में प्रधानमंत्री ने ये भी जता दिया है कि अब भारत डिफेंस के लिहाज से भी काफी मजबूत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीते वर्षों में देश ने अपनी सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए बॉर्डर एरिया में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को प्राथमिकता दी है। हमारी सेनाओं की दूसरी आवश्यकताओं जैसे फाइटर प्लेन, आधुनिक हेलीकॉप्टर, मिसाइल डिफेंस सिस्टम आदि पर भी हमने बल दिया है। नए बने हुए इंफ्रास्ट्रक्चर की वजह से खासकर एलएसी में अब हमारी पेट्रोलिंग की क्षमता भी बढ़ गई है।
प्रधानमंत्री का तीसरा संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने तीसरा संदेश में इस बात को भी सामने रख दिया है कि राष्ट्रहित से बढ़कर कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रहित, देशवासियों का हित हमेशा हम सभी की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जो भी जरूरी काम हैं, जो भी जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण है, उसे इसी तरह तेज गति से आगे भी किया जाता रहेगा। आज हमारे पास ये क्षमता है कि कोई भी हमारी एक इंच जमीन की तरफ आंख उठाकर भी नहीं देख सकता।
प्रधानमंत्री का चौथा संदेश
प्रधानमंत्री ने अपने चौथे संदेश में में कहा कि भारत किसी भी बाहरी दबाव के आगे नहीं झुकेगा। चाहे ट्रेड हो, कनेक्टिविटी हो, काउंटर टेरेरिज्म हो, भारत ने कभी किसी बाहरी दबाव को स्वीकार नहीं किया है।
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