दिल्ली में कायम रहेगी AAP की सरकार या बनेगी बीजेपी की सरकार? जानिए…क्या कहता है सुप्रसिद्ध ज्योतिर्विद पंडित शीलभूषण शर्मा जी का विश्लेषण?
सुप्रसिद्ध ज्योतिर्विद पंडित शीलभूषण शर्मा जी की गणनाओं के अनुसार दिल्ली विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। न केवल मतदान प्रतिशत में, बल्कि सीटों में भी आम आदमी पार्टी 2015 चुनाव के मुकाबले काफी पिछड़ती नजर आ रही है। बीजेपी को इस चुनाव में काफी लाभ होने जा रहा है। संभव है दिल्ली में बीजेपी की ही सरकार बने। कांग्रेस भी पिछले चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करेगी।
दिल्ली की सत्ता किसके हाथों में जाएगी? दिल्ली का सिंहासन किसका होगा? दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार दोबारा बनेगी या बीजेपी सत्ता में आएगी? दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ही रहेंगे या फिर बीजेपी के किसी नेता के सिर सजेगा मुख्यमंत्री का ताज? यह हमारे और आपके लिए कहना मुश्किल है। लेकिन सुप्रसिद्ध ज्योतिर्विद हस्तरेखा और अंक शास्त्र विशेषज्ञ पंडित शीलभूषण शर्मा जी की गणनाओं के अनुसार इस विधानसभा चुनाव में दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। न केवल मतदान प्रतिशत में, बल्कि सीटों में भी आम आदमी पार्टी 2015 चुनाव के मुकाबले काफी पिछड़ती नजर आ रही है।
पंडित शीलभूषण शर्मा जी की गणनाओं के अनुसार बीजेपी को इस चुनाव में काफी लाभ होने जा रहा है। बीजेपी का न केवल वोट प्रतिशत बढ़ रहा है,बल्कि सीटों में भी अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी होने जा रही है। ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति और बीजेपी के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की कुण्डली के विश्लेषण के बाद यह ज्ञात होता है कि दिल्ली में न सिर्फ आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर है, बल्कि सीटों का अंतर भी बहुत कम रहने वाला है।
पंडित शीलभूषण शर्मा जी की मानें तो दिल्ली में आम आदमी पार्टी की जगह भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाने में सक्षम भी हो सकती है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी 35 से 40 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है। बीजेपी को भी 35 से 40 सीटें मिलती दिख रही है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत-हार का अंतर भी बेहद कम होने वाला है। ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार दिल्ली के इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी का पलड़ा भारी नजर आ रहा है।
अगर बात कांग्रेस की करें,तो कांग्रेस के वोट प्रतिशत में भी अच्छी खासी बढ़ोत्तरी होगी और कांग्रेस का शून्य भी खत्म होगा। कांग्रेस को साल 2015 विधानसभा चुनाव के मुकाबले ज्यादा वोट मिलेंगे और कांग्रेस इस चुनाव में अपना खाता खोलने में भी सफल हो सकती है।
दरअसल, दिल्ली में चुनाव प्रचार का शोर थम चुका है। चुनाव आयोग और प्रशासन मतदान की तैयारियों में जुटा है। कल शनिवार को दिल्ली के सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। दिल्ली के मतदाता अपने-अपने मतों का इस्तेमाल कर प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद करेंगे और फिर हम सभी को 11 फरवरी का इंतेजार रहेगा।उस दिन मतों की गिनती होगी और यह साफ हो जाएगा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बरकरार रहेगी या फिर दिल्ली के सिंहासन पर बीजेपी या कांग्रेस का कब्जा होगा।
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