उपेंद्र कुशवाहा ने RJD के सुर में मिलाया सुर, बोले-जातीय जनगणना होना ही चाहिए
जातीय जनगणना को लेकर अभी तक लालू की राजद ही मुखर रही है। अब जदयू के राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने भी कहा कि जातीय जनगणना का प्रकाशन बहुत जरूरी है। जनगणना में जाति का कॉलम होना ही चाहिए। किसी भी योजना को बनाने का आधार जनसंख्या ही है। इसलिए जातिगत गणना और उसका प्रकाशन निश्चित रूप से होना चाहिए। बुधवार को पटना में पत्रकारों से बातचीत में कुशवाहा ने कहा कि वे बुधवार को अपनी यात्रा के दूसरे चरण पर निकल रहे हैं। इस चरण में शाहाबाद के इलाके में मेरी यात्रा है। जदयू शाहाबाद में बहुत मजबूत है और अब जदयू के टक्कर में कोई दूसरी पार्टी नहीं है। जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को लेकर पूछे जाने पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इस बैठक का एजेंडा अभी स्पष्ट नहीं है। किसी भी एजेंडा पर बैठक में बात हो सकती है। साल में एक बार बैठक होती ही है। पिछले साल बैठक नहीं हुई थी इसलिए अभी बैठक हो रही है।
उन्होंने कहा कि यह बैठक किसी को जिम्मेवारी देने के लिए नहीं बुलाई गई है। कहा, आज भी मेरे ऊपर बहुत बड़ी जिम्मेवारी है। मैंने संकल्प लिया है कि जदयू को नंबर वन की पार्टी बनाना है और यह सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। तेजस्वी यादव को आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की तैयारी के सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। वैसे यह राजद का मामला है, वह जिसको चाहे जिम्मेवारी दें। तेजस्वी यादव के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से जदयू की कोई चुनौती नहीं बढ़ने वाली है। आज भी राजद को तेजस्वी यादव ही चला रहे हैं और इस तरह से चला रहे हैं कि लालू-राबड़ी की तस्वीर भी पोस्टर से गायब कर देते हैं।
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