दर्दनाक : उत्तर प्रदेश के ओरैया में भीषण सड़क हादसा,24 प्रवासी मजदूरों की दर्दनाक मौत,35 लोग हुए घायल,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मांगी हादसे की जांच रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में शनिवार तड़के हुए भीषण सड़क हादसे में 24 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई,जबकि 35 से ज्यादा लोग घायल को गए हैं। सभी घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। हासदा उस वक्त हुआ जब फरीदाबाद से 81 मजदूरों को लेकर आ रहे खड़े ट्राला में डीसीएम ने टक्कर मार दी।
उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में शनिवार तड़के हुए भीषण सड़क हादसे में 24 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई,जबकि 35 से ज्यादा लोग घायल को गए हैं। सभी घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। हासदा उस वक्त हुआ जब फरीदाबाद से 81 मजदूरों को लेकर आ रहे खड़े ट्राला में डीसीएम ने टक्कर मार दी। इस हादसे में 24 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई है। ये सभी मजदूर फरीदाबाद से गोरखपुर जा रहे थे।
हादसे की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे ओरैया जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने और पुलिस अधीक्षक ने स्थिति का जायजा लिया और सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। डीएम ने बताया कि सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। औरैया के सीएमओ ने 24 लोगों की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि कई घायलों की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है।
पुलिस के मुताबिक घटना शहर कोतवाली क्षेत्र के मिहौली नेशनल हाईवे पर हुआ। सभी श्रमिक एक ट्रक और ट्राले में सवार थे। इनमें से ज्यादातर मजदूर बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे। देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से कामकाज बंद है, लिहाजा सभी श्रमिक अपने-अपने गृह राज्य लौट रहे थे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क हादसे की फौरन जांच रिपोर्ट मांगी है। उत्तर प्रदेश के गृह एवं सूचना अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने औरैया में दुर्भाग्यपूर्ण घटना का तत्काल संज्ञान लिया है। उन्होंने जान गंवाने वाले मजदूरों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
मुख्यमंत्री ने सभी घायलों को तुरंत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराए जाने के साथ ही कानपुर के कमिश्नर और आईजी को घटनास्थल का दौरा कर दुर्घटना के कारणों की तुरंत रिपोर्ट देने को कहा है।
ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि प्रवासी कामगारों और श्रमिकों को सभी सुविधाएं मुहैया कराना जिला प्रशासन की जिम्मेदारी होगी। इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री ने सभी डीएम, एसपी और एसएसपी को निर्देशित किया कि वे यह देखें कि कोई भी प्रवासी कामगार-श्रमिक पैदल या बाइक से यात्रा न करने पाए।
वास्तव मे कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन की मार झेल रहे प्रवासी मजदूरों के साथ पिछले कुछ दिनों में कई हादसे हुए हैं। हाल ही में पैदल घर जा रहे मजदूरों के साथ उत्तरप्रदेश और बिहार में हादसा हो गया था। इसमें आठ लोगों की जान चली गई थी। पहला हादसा उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर-सहारनपुर स्टेट हाइवे पर बुधवार रात करीब एक बजे हुआ था।
पंजाब से लौट रहे मजदूरों को एक रोडवेज बस ने कुचल दिया था। हादसे में छह मजदूरों की मौत हो गई और चार गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बिहार के समस्तीपुर जिले के उजियारपुर थाना क्षेत्र के चांदचर में शंकर चौक के समीप एनएच 28 पर बस और ट्रक की टक्कर में दो की मौत हो गई थी। बस मुजफ्फरपुर से प्रवासियों को लेकर कटिहार जा रही थी।
मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में भी ट्रक पलटने से पांच मजदूरों की मौत हो गई थी, जबकि इस हादसे में 11 मजदूर घायल हो गए थे। नरसिंहपुर के जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया था कि आम से लदे ट्रक में 18 लोग सवार थे। नरसिंहपुर में पाठा गांव के पास ट्रक पलट गया और पांच लोगों की मौत हो गई थी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे में जान गंवाने वाले श्रमिकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी।
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