नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी के व्यक्तित्व ने जीता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मन, कहा- अभिजीत पर पूरे भारत को है नाज!
नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी ने मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मानव सशक्तीकरण के प्रति अभिजीत बनर्जी का जुनून साफ दिखता है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, 'हमने विभिन्न विषयों पर एक स्वस्थ और व्यापक बातचीत की। भारत को उनकी उपलब्धियों पर गर्व है। उनके भविष्य के लिए उन्हें शुभकामनाएं’।
अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार जीतकर देश और दुनिया में भारत का मान बढ़ाने वाले भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक अभिजीत बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मंगलकार को मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान अभिजीत बनर्जी के व्यक्तित्व और कार्यों ने प्रधानमंत्री का मन जीत लिया। प्रधानमंत्री अभिजीत बनर्जी के साथ हुई मुलाकात को शानदार बताया है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट के माध्यम से बताया कि मानव सशक्तीकरण के प्रति अभिजीत बनर्जी का जुनून साफ दिखता है।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, 'हमने विभिन्न विषयों पर एक स्वस्थ और व्यापक बातचीत की। भारत को उनकी उपलब्धियों पर गर्व है। उनके भविष्य के लिए उन्हें शुभकामनाएं’। प्रधानमंत्री ने कहा कि अभिजीत बनर्जी के साथ उनकी कई मुद्दों पर व्यापक बातचीत हुई और बनर्जी की उपलब्धियों पर भारत को गर्व है।
प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद अभिजीत बनर्जी ने कहा कि यह उनके लिए सौभाग्य की बात है कि प्रधानमंत्री ने उन्हें इतना अधिक समय दिया। उन्होंने रहा कि कहा कि घरेलू स्तर पर या जमीन पर सरकार की नीतियां अलग-अलग तरह से प्रभावित होती हैं। लेकिन किसी भी विषय पर उनके सोचने का अंदाज अलग है।
दिल्ली के बाद अभिजीत बनर्जी अपने गृह राज्य पश्चिम बंगाल जाएंगे। जहां की ममता बनर्जी की सरकार अभिजीत के कोलकाता पहुंचने पर उनका सम्मान करेगी। कोलकाता में बनर्जी की मां निर्मला बनर्जी रहती हैं। अभिजीत बनर्जी ने कोलकाता के साउथ प्वाइंट से ही प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की,उसके बाद 1981 में कलकत्ता विश्वविद्यालय से बीएससी और 1983 में जवाहरलाल विश्विविद्यालय से स्नात्कोत्तर की डिग्री ली और फिर 1988 में अभिजीत बनर्जी ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से पीएचडी की है।
भारतीय मूल के अमेरिकी अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी समेत तीन लोगों को गरीबी पर काम करने के लिए हाल ही में नोबेल पुरस्कार मिला है। अभिजीत के साथ नोबेल पुरस्कार पाने वालों में फ्रेंच अमेरिकल एस्थर डुफ्लो और माइकल क्रेमर शामिल हैं। एस्थर डुफ्लो अभिजीत बनर्जी की पत्नी हैं।
अभिजीत बनर्जी ने दुनिया को राह दिखाने के लिए इकोनॉमिक्स पर कई किताबें भी लिखी हैं। उन्होंने पहली किताब 2005 में वोलाटिलिटी एंड ग्रोथ लिखी, लेकिन उन्हें प्रसिद्धि प्राप्त हुई 2011 में आई किताब ‘पूअर इकोनॉमिक्स: ए रेडिकल रीर्थींकग ऑफ द वे टू फाइट ग्लोबल पॉवर्टी’ से।
आपको बताते चलें कि अभिजीत बनर्जी ने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। अभिजीत ब्यूरो ऑफ रिसर्च इन द इकोनॉमिक एनालिसिस ऑफ डेवलपमेंट के पूर्व अध्यक्ष हैं। एनबीईआर के रिसर्च एसोसिएट, सीईपीआर के रिसर्च फेलो, अमेरिकन एकेडमी ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज के अध्यक्ष भी रहे हैं।
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